जानिए फ्रांस से क्यों नाराज हैं मुस्लिम देश, सऊदी अरब ने की निंदा, उत्पादों के बहिष्कार की अपील
नई दिल्ली। सऊदी अरब, तुर्की, बांग्लादेश, पाकिस्तान और गाजा पट्टी समेत कई मुस्लिम देशों में एक कार्टून को लेकर फ्रांस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। दरअसल, फ्रांस के एक स्कूल की कक्षा में टीचर द्वारा पैगंबर का कार्टून दिखाने के बाद एक कट्टरपंथी ने शिक्षक की सिर काटकर हत्या कर दी। इस घटना से एक तरफ जहां फ्रांस में आक्रोश है वहीं, सऊदी अरब जैसे देशों ने फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद को अपमानित करने वाले कार्टून की निंदा की। इस्लाम का जन्म स्थान कहे जाने वाले सऊदी अरब ने इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ने के किसी भी प्रयास पर विरोध जताया है।
पैगंबर का कार्टून इस्तेमाल किए जाने के बाद कई पश्चिम एशियाई और अन्य देशों में मुस्लिमों ने फ्रांसीसी वस्तुओं के बहिष्कार का आह्वान किया है। वहीं बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर भी उतरे हैं। कुवैत के स्टोर्स से फ्रांसीसी वस्तुओं को भी हटा लिया गया है। सऊदी अरब व संयुक्त अरब अमीरात में लोगों से कैरेफोर ग्रोसरी स्टोर चेन से दूर रहने का आह्वान किया गया। मंगलवार को सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए कहा, खाड़ी राज्य आतंकवाद के सभी कृत्यों की निंदा करता है।
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मीडिया को दिए एक बयान में मंत्रालय ने कहा कि अभिव्यक्ति और संस्कृति की स्वतंत्रता सम्मान, सहिष्णुता और शांति का एक प्रतीक होना चाहिए। हम उन प्रथाओं और कृत्यों की निंदा करते हैं जो घृणा, हिंसा और अतिवाद पैदा करते हैं और सह-अस्तित्व के विपरीत हैं। बता दें कि पैगंबर कार्टून को लेकर कई देशों ने अपना विरोध जताया है, पाकिस्तान ने भी फ्रांस के राजदूत को तलब कर अपना विरोध जताया है। वहीं, कार्टून को लेकर टीचर की हत्या के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा कि हम फ्रांसीसी मूल्यों को नुकसान पहुंचाने वाली इस्लामी कट्टरपंथी विचारधारा को रोकने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करेंगे।