निधन के बाद अपने परिवार के लिए कितनी संपत्ति छोड़ गए हैं UAE के राष्ट्रपति शेख खलीफा
अबु धाबी: शुक्रवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से उस वक्त एक बुरी खबर आई, जब राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान का 73 साल की उम्र में निधन हो गया। लंबे समय तक यूएई के राष्ट्रपति रहे शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। शेख खलीफा के निधन के बाद देश में 40 दिनों के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है और साथ ही तीन दिन तक कामकाज पर भी प्रतिबंध रहेगा। आइए जानते हैं कि शेख खलीफा अपने निधन के बाद परिजनों के लिए कुल कितनी संपत्ति छोड़ गए हैं।

113 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति छोड़ गए थे शेख खलीफा
न्यूज वेबसाइट 'द सन' की खबर के मुताबिक, शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान अपने पीछे 120 बिलियन पाउंड की संपत्ति छोड़ गए हैं। इसे अगर रुपयों में बदलकर समझा जाए तो ये करीब 113 लाख करोड़ रुपए (1,13,36,72,58,22,800) की संपत्ति बैठती है। आपको बता दें कि शेख खलीफा मशहूर फुटबॉल क्लब 'मैनचेस्टर सिटी' के मालिक शेख मंसूर के सौतले भाई थे।

कौन होगा शेख खलीफा का उत्तराधिकारी
हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर इस बात का ऐलान नहीं किया गया है कि शेख खलीफा का उत्तराधिकारी कौन होगा, लेकिन उनके भाई शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को इस पद के लिए सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है। शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान फिलहाल अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई आर्म्ड फोर्स के डिप्टी सुप्रीम कमांडर हैं।

शेख खलीफा के नाम पर बुर्ज खलीफा
आपको यह भी बता दें कि दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग 'दुबई की बुर्ज खलीफा' का नाम भी दिवंगत राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के नाम पर ही रखा गया था। दरअसल शेख खलीफा ने बुर्ज खलीफा बिल्डिंग के निर्माण के वक्त आर्थिक तौर पर मदद की थी और इसी वजह से जिस बिल्डिंग का नाम पहले बुर्ज दुबई तय किया गया, उसे शेख खलीफा के सम्मान में बदलकर बुर्ज खलीफा कर दिया गया। इस बिल्डिंग ने दुबई को आर्थिक संकट से निकालने में काफी मदद की।

कई सालों से बीमार चल रहे थे शेख खलीफा
1948 में जन्मे शेख खलीफा अपने पिता के निधन के बाद साल 2004 में यूएई के राष्ट्रपति बने थे। देश के दूसरे राष्ट्रपति और अबू धाबी के 16वें नेता शेख खलीफा पिछले कुछ सालों से बीमार चल रहे थे और उन्होंने सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी भाग लेना बंद कर दिया था। साल 2014 में उन्हें एक स्ट्रोक आया और सर्जरी होने के बाद उन्हें शायद ही कभी किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में देखा गया। इस दौरान उनके भाई शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने ही सरकार के कामकाज संभाले।

'आज यूएई ने अपने नेक बेटे को खो दिया'
शेख खलीफा के निधन के बाद उनके भाई शेख मोहम्मद बिन जायद ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'आज यूएई ने अपने एक नेक बेटे, देश के सशक्तिकरण वाले दौर के नेता और इस महान यात्रा के संरक्षक को खो दिया।' वहीं, शेख खलीफा के निधन पर बहरीन के किंग, मिस्र के राष्ट्रपति और इराक के प्रधानमंत्री सहित अरब नेताओं ने भी गहरा शोक व्यक्त किया है।

अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के भी थे अध्यक्ष
यूएई के राष्ट्रपति होने के साथ-साथ शेख खलीफा अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी के भी अध्यक्ष थे, जो करीब 571 बिलियन पाउंड से ज्यादा की संपत्ति की मालिक है। यूएई के संविधान के मुताबिक, जब तक देश की संघीय परिषद नए राष्ट्रपति का चुनाव करने के लिए 30 दिनों के भीतर बैठक नहीं करती, तब तक दुबई के शासक उपराष्ट्रपति और प्रमुख शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मकतूम कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर काम संभालेंगे। (सभी फोटो साभार- यूएई दूतावास, भारत और सोशल मीडिया)
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