मानवता को शर्मसार करने के लिए किम जोंग पर चलना चाहिए अभियोगः अंतरराष्ट्रीय कानून विशेषज्ञ
नई दिल्लीः उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग के अत्याचारों के बारे में 3 दिग्गज अंतरराष्ट्रीय कानून विशेषज्ञों ने एक रिपोर्ट तैयार की। रिपोर्ट के बाद इन तीनों का कहना है कि किम जोंग और उसके अधिकारियों पर मानवता के खिलाफ काम करने के के लिए अभियोग चलाना चाहिए। बता दें, इन तीनों दिग्गजों ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें ये बात कही है। रिपोर्ट में किंग जोंग के बारे में कई चौंकाने वाली बाते सामने आई हैं।
पीड़ितों की व्यथा पर आधार की है रिपोर्ट
तीन सदस्यों वाली इस टीम ने ये रिपोर्ट उत्तर कोरिया के कैंपों से बचकर आए पीड़ितों की व्यथा पर आधार की है। पीड़ितों ने बताया है कि कैंपों की हालात बहुत ही नारकीय है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राजनीतिक कैदियों को बहुत ही बुरी हालात में रखा जाता है। कैदियों से क्षमता से अधिक काम कराया जाता है। ज्यादा काम कराने की वजह से उनकी मौत भी हो जाती है। इस बात का कोई भी आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है।
80 हजार से लेकर एक लाख 30 हजार तक राजनैतिक कैदी नारकीय जीवन जीने को मजबूर
एक अनुमान के अनुसार उत्तर कोरिया के कैंपों में 80 हजार से लेकर एक लाख 30 हजार तक राजनैतिक कैदी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कैंपों में रह रहे लोगों को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना के अलावा सुनियोजित तरीके से मौत के घाट भी उतारा जाता है।
2014 में भी बनी थी रिपोर्ट
यहां मासूमों का भी कोई ख्याल नहीं रखा जाता है। मासूम बच्चों को भी मौत के घाट उतार दिया जाता है। किम जॉग की कैद में रह रही महिला कैदियों के साथ बलात्कार भी किया जाता है, जब वो गर्भवती हो जाती है तो उनका जबरन गर्भपात कर दिया जाता है। इस रिपोर्ट से पहले साल 2014 में भी संयुक्त राष्ट्र की ओर से एक रिपोर्ट तैयार की गई थी, ये रिपोर्ट उसकी अगली कड़ी है।
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