केविन मैक्कार्थी बने अमेरिकी कांग्रेस के नये स्पीकर, एक वोट पाकर डोनाल्ड ट्रंप बने सदन में मजाक
केविन मैक्कार्थी ने अपनी जीत का श्रेय पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को दिया है और कहा है, कि लोगों को लगता था, कि वो मेरे साथ नहीं हैं, लेकिन वो हमेशा मेरे साथ थे।
Kevin McCarthy New Speaker Of America: अमेरिका में कई दिनों तक चली लगातार और बार बार वोटिंग के बाद केविन मैक्कार्थी संसद के नये स्पीकर बन गये हैं। द हिल की रिपोर्ट के मुताबिक, केविन मैक्कार्थी को आखिरकार अमेरिकी प्रतिनिधि सभा का स्पीकर चुन लिया गया है, लेकिन इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के अंदर के दरार का भी खुलासा हो गया है। केविन मैक्कार्थी, रिपब्लिकन पार्टी के सांसद हैं और अब वो अमेरिका के 55वें स्पीकर चुने गये हैं।
15वें दौर के मतदान के चुने गये केविन मैक्कार्थी
यूएस हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के स्पीकर चुने जाने के बाद केविन मैक्कार्थी अब राष्ट्रपति जो बाइडेन के बाद अमेरिका के दूसरे सबसे ज्यादा ताकतवर नेता बन गये हैं और अमेरिकी इतिहास के 160 सालों में ये पहला मौका है, जब 15 राउंड के मतदान के बाद स्पीकर का चुनाव हो पाया है। 57 साल के केविन मैक्कार्थी अब डेमोक्रेटिक पार्टी की नैन्सी पेलोसी का स्थान लेंगे, जो अपने कडे़ फैसलों के लिए प्रसिद्ध रही हैं। आपको बता दें कि, पिछले साल आठ नवंबर को अमेरिका में मध्यावधि चुनाव हुए थे, जिसमें राष्ट्रपति बाइडेन की पार्टी ने अपना बहुमत खो दिया था और संसद में डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने जीत हासिल की थी। उसके बाद नैन्सी पेलोसी ने अपना इस्तीफा दे दिया था।
अमेरिकी संसद की मौजूदा स्थिति
अमेरिकी संसद में अब बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी को बहुमत नहीं है, बल्कि ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी बहुमत में है। अमेरिकी संसद में प्रतिनिधि सभा के 435 सदस्य हैं, जिनमें डेमोक्रेटिक पार्टी के अब 212 सदस्य ही रह गये हैं, जबकि रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों की संख्या अब 222 हो चुकी है, जिसके बाद ही नैन्सी पेलोसी ने अपना पद छोड़ने की बात कही थी। वहीं, नये स्पीकर के लिए हुए चुनाव में केविन मैक्कार्थी को 216 वोट मिले हैं, जबकि हाउस माइनॉरिटी लीडर हकीम जेफ़रीज़ को 212 वोट हासिल हुए हैं। सबसे दिलचस्प बात ये है, कि केविन मैक्कार्थी को अपनी ही पार्टी के सभी सांसदों का साथ नहीं मिल पाया। हालांकि, स्पीकर चुने जाने के लिए 218 मतों की जरूरत होती है, लेकिन 6 सांसद सदस्यों के गैर-हाजिर रहने की वजह से केविन मैक्कार्थी को जीत के लिए सिर्फ 215 वोट की ही जरूरत थी और उन्हें 216 वोट हासिल हुए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप को मिला एक वोट
स्पीकर पद के लिए हुए चुनाव में सबसे दिलचस्प नजारा उस वक्त बना, जब सदन के एक सदस्य ने डोनाल्ड ट्रंप को स्पीकर बनाने के लिए वोट डाल दिया और डोनाल्ड ट्रंप को एक वोट मिलने के बाद पूरा सदन ठहाके लगाकर हंस पड़ा। हांलांकि, केविन मैक्कार्थी को स्पीकर बनने के लिए तगड़ा संघर्ष करना पड़ा है और उन्हें अपनी ही पार्टी के अंदर विरोधियों की कई बातों को मानना पड़ा है। केविन मैक्कार्थी ने एक उस नियम को भी मान लिया है, जिसके तहत स्पीकर को उनके पद से हटाने के लिए हाउस के किसी भी सदस्य को मतदान कराने की इजाजत होने की बात कही गई है। जिसके बाद अब एक्सपर्ट्स को कहना है, कि केविन मैक्कार्थी अमेरिकी कांग्रेस के कमजोर स्पीकर होंगे और उनके पास काफी कम अधिकार होगा।
डोनाल्ड ट्रंप को दिया जीत का श्रेय
वहीं, केविन मैक्कार्थी के अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर चुने जाने के बाद उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बधाई दी है। वहीं, नवनिर्वाचित हाउस स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को वोट दिलाने में मदद करने के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि, "मुझे नहीं लगता कि किसी को उनके प्रभाव पर संदेह करना चाहिए।" उन्होंने कहा कि, "वह शुरू से मेरे साथ थे, जबकि किसी ने संदेह जताय था, कि क्या वो मेरे साथ थे? जबकि डोनाल्ड ट्रंप वास्तव में मेरे साथ थे। मैं अब उनसे टेलीफोन पर बात करने वाला हूं और उन्हें आखिरी लम्हों में जरूरी वोट दिलाने के लिए मैं उन्हें धन्यवाद दूंगा।" वहीं, मैक्कार्थी ने कहा कि उन्हें "1,000%" विश्वास है कि वह अपना कार्यकाल पूरा कर लेंगे।" उन्होंने उन चिंताओं को भी खारिज कर दिया है, कि आज रात का नाटक इस बात के संकेत हैं, कि अगले दो सालों में सदन में क्या आने वाला है।
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