इस देश में युवाओं से सरकार की अपील, 'आप जमकर शराब पीये', आखिर ऐसा क्यों?
जापानी सरकार ने युवाओं से अपील की है कि वे खूब शराब का सेवन करें ताकि देश की गिरती अर्थव्यवस्था में सुधार आ सके।
टोक्यो, 19 अगस्त : शराब पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, ऐसा मेडिकल सांइस कहता है। लेकिन जापान की सरकार इसके उलट युवाओं से जमकर शराब पीने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में शराब की खपत को बढ़ावा देने के लिए "Sake Viva!" कैंपेन का आयोजन किया गया है। राष्ट्रीय एनटीए युवाओं से जमकर शराब पीने के लिए यह बड़ा अभियान चला रही है।
जापान में युवाओं से शराब पीने को कह रही सरकार
जापान की युवा पीढ़ी अपने माता-पिता के मुकाबले कम शराब पीते हैं। इससे जापान की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ रहा है। शराब की कम खपत के चलते साके (चावल से बनने वाली एक प्रकार की शराब) जैसे पेय पदार्थों से प्राप्त होने वाला टैक्स भी कम हुआ है। इसलिए सरकार ने अपने यहां के नागरिकों को शराब पिलाने के लिए बिजनेस आइडिया मांगा है। जापानी सरकार यह आइडिया नेशनल कंपटीशन के जरिए मांगा है। इस प्रतियोगिता में जितने वालों को पुरस्कार देने की योजना रखी गई है। सरकार का मानना है कि,युवा पीढ़ी अगर ज्यादा से ज्यादा शराब पीती है तो इससे देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। प्रतियोगिता में भाग लेने वालों को अधिक शराब खपत, आकर्षक ब्रांडिंग और उद्योगों को बढ़ावा देने का आइडिया देना होगा।
सरकार प्रतियोगिता का आयोजन करवा रही है
युवाओं में शराब का चलन बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाने वाली इस प्रतियोगिता में 20 से 39 साल के युवा भाग ले सकते हैं। इस आइडिया के तहत युवाओं को बताना होगा कि वह कैसे अपनी पीढ़ी में शराब का प्रचलन बढ़ा सकते हैं। क्योंकि जापान में शराब की खपत काफी नीचे चली गई है। इस प्रतियोगिता में एडवरटाइजिंग (प्रचार), ब्रांडिंग समेत अत्याधुनिक योजनाओं पर भी रणनीति बनानी होगी। जानकारी के मुताबिक, इसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रयोग को वरीयता दी जाएगी। यह प्रतियोगिता 9 सितंबर तक चलेगी।
देश में कितनी है शराब की खपत?
स्थानीय मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से कहा है कि जापान में शराब की खपत 1995 में प्रति व्यक्ति औसतन 100 लीटर से गिरकर 2020 में 75 लीटर हो गई है। जापानी टाइम्स के अनुसार, जापान में शराब पर कर 5 प्रतिशत है। 1980 में कुल कर राजस्व, 2011 में गिरकर 3 प्रतिशत हो गया और 2020 में और गिरकर 1.7 प्रतिशत हो गया।पिछले वर्ष की तुलना में 2020 के वित्तीय वर्ष में शराब पर कर से कुल राजस्व 110 अरब येन (या 806 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक गिर गया।
शराब से दूरी बना रहे युवा!
जापान में शराब की खपत कम होने की बड़ी वजह युवाओं का शराब पीने के प्रति उदासीन रवैया बताया जा रहा है। जापान के युवा शराब पीने पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। यहां के युवा अपने माता-पिता के तुलना में कम शराब पीते हैं। कई जानकार बताते हैं कि, कोरोना महामारी के दौरान लोगों की जीवनशैली में बड़ा बदलाव आया है जिसके कारण लोगों का शराब को पीने के प्रति आकर्षण कम होता जा रहा है। वहीं, कुछ लोग बताते हैं कि, देश का पुराना जनसांख्यिकीय भी एक कारण है, जिसकी वजह से जापान का शराब बाजार सिकुड़ रहा है। विश्व बैंक के मुताबिक जापान में एक तिहाई आबादी (29 फीसदी) आबादी 65 वर्ष या इससे ऊपर है।
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