बूढ़ी हो रही आबादी से परेशान ईरान ने लॉन्च किया शादी कराने का सरकारी ऐप
ईरान सरकार ने जन्म दर और आबादी बढ़ाने के लिए मैच मेकिंग एप लॉन्च किया है। इसके लिए सरकार ने इस्लामी कानून को बदल दिया है।
तेहरान, जुलाई 21: पिछले कुछ सालों में ईरान जन्म दर कम होने की समस्या से बुरी तरह से जूझ रहा है। ईरान में विश्व के कई दूसरे देशों के मुकाबले जन्म दर काफी कम हो गया है, जिससे परेशान ईरान की सरकार ने एक नया नुस्खा निकाला है। जन्म दर बढ़ाने के लिए ईरान सरकार ने 'मैच मेकिंग एप' को लॉन्च किया है, ताकि युवाओं में आकर्षण बढ़ सके, वो एप के जरिए अपने लिए सही जीवन साथी चुन सके और फिर ईरान की आबादी को बढ़ाई जा सके।
Recommended Video
सरकार ने बदला 'इस्लामी कानून'
शादियों के लिए मैच मेपिंग एप्लिकेशन कोई नई बात नहीं है। भारत जैसे लोकतांत्रिक देशों में दर्जनों मैच मेकिंग एप्स का इस्तेमाल लाखों लोग कर रहे हैं, लेकिन ईरान के संदर्भ में इसे एक क्रांतिकारी फैसला कहा जा रहा है। क्योंकि, ईरान में इस्लामी कानून लागू है, जहां मैच मेकिंग एप को इस्लाम के खिलाफ बताकर प्रतिबंधित कर दिया गया था। ईरान के युवाओं के लिए ये एक बहुत बड़ी घोषणा इसलिए भी है, क्योंकि ईरान में लागू इस्लामी कानून के मुताबिक युवाओं को विपरीत लिंग वाले अजनबियों से बात करने की भी मनाही है।
युवाओं को मिलाने के लिए शादी वाला एप
ईरान में 'हमदम' नाम से एक एप बनाया गया, जिसे ईरान की सरकार ने तैयार करवाया है और ईरान की सरकार के अंदर ही यह एप आएगा। इस एप के जरिए युवा अपना मन पसंद जीवनसाथी चुन सकेंगे। इस एप का इस्तेमाल करने के लिए युवाओं को अपनी पूरी जानकारी देनी होगी और गलत जानकारी देने पर उनके खिलाफ कार्रवाई तक की जाएगी। इस एप पर जानकारी देने के बाद एप ही उस युवाओं से मिली जानकारी के मुताबिक, उसके मुताबिक उसके जीवनसाथी का चुनाव करेगा। इस एप में युवाओं को बताना होगा कि उनकी रूचि क्या है, उनकी पसंद और नापसंद क्या है और वो कैसा जीवनसाथी चुनना चाहते हैं, इस आधार पर एप उनके सामने कई तरह के सजेशन देगा।
'हमदम' में कई तरह की सुविधाएं
'हमदम' एप में युवाओं के लिए कई तरह की सुविधाओं को जोड़ा गया है। इस एप के जरिए उन्हें शादी को लेकर सलाह दी जाएंगी, उनका काउंसिलिंग किया जाएगा, शादी को लेकर उनकी मानसिक स्थिति को समझा जाएगा और उनके परिवार के मुताबिक ही उनके लिए जीवनसाथी का चुनाव किया जाएगा। इसके साथ ही शादी के चार साल बाद तक विवाहित जोड़े को इस एप पर एक्टिव रहना होगा। एक तरह से कह सकते हैं कि एप के जरिए चार सालों तक विवाहित जोड़ों पर नजर रखी जाएगी। आपको बता दें कि पश्चिमी देशों की तरफ शादी करना ईरान समेत कई मुस्लिम देशों में प्रतिबंधित है। लेकिन कई युवा पारंपरिक व्यवस्थित विवाह को अस्वीकार करते हैं और अपना भविष्य खुद तय करना चाहते हैं। ऐसे में ईरान ने आधुनिक युवाओं को ध्यान में रखते हुए इस एप को बनाया है।
ईरान की घटती आबादी
दरअसल, अधिकारियों ने ईरान की तेजी से कम होती आबादी को लेकर गंभीर चिंता जताई है। ईरानी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, ईरानी महिलाओं में प्रजनन दर पिछले चार सालों में 25% कम होने के बाद ईरान की आबादी दो दशकों में दुनिया में सबसे पुरानी हो सकती है। ईरान में महिलाओं में प्रजनन दर प्रति महिला घटकर 1.7 बच्चे हो गये हैं। यानि दो से भी कम। जो ईरान के लिए काफी ज्यादा चिंता की बात है। ईरान ने एक दशक पहले से ही जन्म दर बढ़ाने की तैयारियों शुरू कर दी थी और सरकारी नियमों में कई बदलाव किए गये थे। जिसके तहत गर्भ निरोधिक गोलियों को बैन कर दिया था और कंडोम जैसे सुरक्षित गर्भ निरोधक सामानों की उत्पादन काफी कम कर दी थी, ताकि लोगों तक इसकी उपलब्धता कम हो जाए।
जन्मदर बढ़ाने के लिए सरकार के दूसरे कदम
2014 में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि जनसंख्या को बढ़ावा देने से "राष्ट्रीय पहचान को मजबूती मिलेगी"और "पश्चिमी जीवन शैली के" का मुकाबला करने में मजबूती मिलेगी। वहीं, बच्चा पैदा करने के लिए युवाओं को उत्साहित करने के लिए ईरान की संसद ने कई नियम भी बनाए। जिसके तहत बच्चा होने पर युवाओं को आर्थिक मदद दी जाती है और उन्हें रोजगार करने के लिए काफी कम ब्याज दरों पर लोन भी दिया जाता है।