इंडोनेशिया को है आपकी प्रार्थना की जरूरत, भारत की तरह ही ऑक्सीजन संकट से मचा है हाहाकार
इंडोनेशिया में कोरोना वायरस ने स्थिति को बेकाबू कर दिया है। ऑक्सीजन की कमी से हाहाकार मचा हुआ है और अस्पतालों में मरीजों की भर्ती तक नहीं मिल पा रही है।
जकार्ता, जुलाई 10: भारत की तरफ ही इंडोनेशिया भी जबरदस्त और विनाशकारी कोरोना वायरस की चपेट में बुरी तरह से फंस गया है और 2 महीने पहले, यानि अप्रैल और मई के महीने में भारत की जो स्थिति थी, वही स्थिति आज इंडोनेशिया की हो गई है। जहां ऑक्सीजन के अभाव में लोग छटपटा कर मर रहे हैं। भारत की तरह ही इंडोनेशिया भी कोरोना वायरस की विनाशकारी लहर के चलते ऑक्सीजन के संकट से जूझ रहा है। जिसके बाद इंडोनेशिया की सरकार ने वैश्विक समुदाय से मदद की गुहार लगाई है।
ऑक्सीजन के लिए छटपटाते लोग
इंडोनेशियाई सरकार ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए सिंगापुर, चीन समेत विश्व के गई देशों से मदद मांग रही है। सिर्फ दो महीने पहले इंडोनेशिया ने ऑक्सीजन संकट से जूझ रहे भारत को हजारों लीटर सांस की हवा देकर मदद की थी। लेकिन अब खुद यह देश ऑक्सीजन के लिए परेशान है। अस्पताल में मरीजों की भर्ती होने के लिए जगह नहीं है। अस्पताल के बाहर सड़कों पर लोग दम तोड़ रहे हैं और इंडोनेशिया से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वो विचलित करने वाली हैं।
मदद के लिए सामने आये देश
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर कई देशों ने इंडोनेशिया की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है। इंडोनेशिया के प्रभारी मंत्री लुहुत बिन्सप पंजैतन ने कहा कि 1,000 से अधिक ऑक्सीजन सिलेंडर, कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर और अन्य स्वास्थ्य उपकरणों की एक खेप शुक्रवार को सिंगापुर से आई थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया से एक हजार वेंटिलेटर भी इंडोनेशिया भेजा गया है। पंजैतन ने कहा कि, विदेशी मदद के लिए इंडोनेशिया सरकार ने पड़ोसी देश सिंगापुर से 36,000 टन ऑक्सीजन और 10,000 कंसंट्रेटर खरीदने की योजना बना रहा है।
काफी ऑक्सीजन की जरूरत
इंडोनेशिया के प्रभारी मंत्री लुहुत बिन्सप पंजैतन ने कहा कि अभी इंडोनेशिया को काफी ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन की जरूरत है और इंडोनेशिया की सरकार अलग अलग देशों के संपर्क में है। अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात ने भी इंडोनेशिया की मदद की पेशकश की है। इंडोनेशिया के अस्पतालों में अब जगह नहीं बची है। वहीं, मदद की तलाश में जुटे हजारों संक्रमितों की हर दिन मौत हो रही है। दवाओं की कमी के कारण लोगों को आपातकालीन चिकित्सा उपचार भी नहीं मिल पा रहा है।
मदद के लिए पहुंचा अमेरिका
इंडोनेशिया की खराब स्थिति को देखते हुए अमेरिका ने मदद के लिए अपना हाथ बढ़ाया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि हम इंडोनेशिया में मुश्किल हालातों से घिरे हालात को समझते हैं, क्योंकि कोविड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैक्सीन भेजने के अलावा अमेरिका इंडोनेशिया को ऑक्सीजन की सप्लाई और जरूरी दवाओं की सप्लाई भी करने जा रहा है।
सरकारी आंकड़ों से ज्यादा असली आंकड़े
कुल मिलाकर देखा जाए तो दुनिया के चौथे सबसे अधिक आबादी वाले देश इंडोनेशिया में कोरोनावायरस संक्रमण के 24 लाथ से अधिक मामले आये हैं और अब तक कोरोना वायरस से 63 हजार 760 मौतें हुई हैं। कम टेस्टिंग और संक्रमितों का पता लगाने के खराब तरीकों के कारण ये आंकड़े वास्तविक संख्या से काफी दूर माने जा रहे हैं। गुरुवार को इंडोनेशिया में एक दिन में सबसे अधिक 39,000 मामले सामने आये थे, जबकि हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, रिपोर्ट है कि भारत की तरह ही इंडोनेशिया में भी ऑक्सीजन की कालाबाजारी शुरू हो गई है और दोगुने से ज्यादा कीमतों पर लोगों को ऑक्सीजन खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
10 गुना से ज्यादा मर रहे हैं लोग
रिपोर्ट के मुताबिक इंडोनेशिया में हर दिन 10 गुना से ज्यादा मरीजों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हो रही है और घरों के अंदर ही लोग मर रहे हैं, जिनकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं हो पा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के अंदर सिर्फ सेल्फ आइसोलेशन में 269 लोगों की मौत हुई है, जबकि राजधानी जकार्ता में शुक्रवार को सेल्फ आइसोलेशन में 45 लोगों ने दम तोड़ा है। वहीं, लोगों का आरोप है कि सरकार कोरोना वायरस से होने वाली मौतों को लेकर सरकार आंकड़े छिपा रही है।
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