अमेरिका में सैंकड़ों भारतीय छात्र वीजा फ्रॉड के आरोपों में गिरफ्तार!
वॉशिंगटन। बुधवार को अमेरिकी न्याय विभाग की मिशिगन शाखा ने भारतीय मूल के आठ व्यक्तियों की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। कहा जा रहा है कि ये सभी या तो पूरी तरह से भारतीय हैं या फिर भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं। इन सभी ने अंडरकवर अमेरिकी एजेंट्स की ओर से चलाए जा रही फेक यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लिया था। इन सभी को वीजा में धोखाधड़ी और फायदे के लिए अनजान लोगों को देश में लाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इन सभी को आपराधिक आरोपों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है।
रैकेट्स के खिलाफ चलाया गया अभियान
अमेरिका में स्टूडेंट वीजा का गलत प्रयोग करने वाले रैकेट्स के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत इन सभी लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस वीजा के जरिए अयोग्य विदेशियों को अमेरिका में काम के लिए लाया जाता था अरै फिर वे वहीं पर बस जाते थे। अमेरिकी न्याय विभाग की मिशिगन शाखा की ओर से जिन आठ भारतीयों की गिरफ्तारी का आदेश दिया गया उनके नाम हैं-फ्लोरिडा से भारत काकिरेड्डी, वजर्निनिया के सुरेश कांदला, केंटुकी से फहानीदीप कारनाती, नॉर्थ कैरोलिना से प्रेम रामपीसा, कैरोलिना के संतोष सामा, पेंसिलवेनिया के अविनाश थाकालापाल्ली, जॉर्जिया के अश्वनाथ न्यूने और टेक्सास के नवीन प्राथीपती। मिशिगन राज्य के फार्मिगंटन यूनिवर्सिटी में कई छात्रों ने एडमिशन लिया था। इन सभी छात्रों को भी होमलैंड सिक्योरिटीज और इमीग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (आईसीई) के एजेंट्स ने गिरफ्तार कर लिया है।
करीब 600 छात्रों को निकाला जाएगा देश से!
जिन छात्रों को हिरासत में लिया गया है उनकी संख्या करीब 200 है। सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो करीब 600 छात्रों ने इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया था। लेकिन कुछ छात्रों को चेतावनी भी दी गई थी। सभी 600 छात्रों को प्रत्यर्पण सूची में रखा गया है तो वहीं इनमें से कुछ को जेल की सजा का सामना भी करना पड़ेगा। आईसीई की ओर से इस बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी गई है कि कितने भारतीय छात्रों को गिरफ्तार किया गया है या फिर हिरासत में लिया जाएगा और अब इन छात्रों पर क्या कार्रवाई की जाएगी।