बिलावल भुट्टो और पाकिस्तानी चीफ जस्टिस को भारत आने का न्योता, PAK मीडिया का बड़ा दावा
आधिकारिक सूत्रों के हवाले से सोमवार को द एक्सप्रेस ट्रिब्यून से पुष्टि की है कि भारत ने मुख्य न्यायाधीश उमर अट्टा बांदियाल और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के लिए पाकिस्तान के साथ निमंत्रण साझा किया है।
पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। भारत के खिलाफ अक्सर उलटे बयान देने वाले पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत आ सकते हैं। भारत ने खुद भुट्टो को आमंत्रण भेजा है। पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ने ये दावा किया है कि भारत ने शंघाई कॉपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) की बैठक में शामिल होने के लिए पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अत्ता बंदियाल और पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को निमंत्रण दिया है। आपको बता दें कि भारत इस साल एससीओ की अध्यक्षता कर रहा है।
मई में होगी SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक
आधिकारिक सूत्रों के हवाले से सोमवार को द एक्सप्रेस ट्रिब्यून से पुष्टि की है कि भारत ने मुख्य न्यायाधीश उमर अट्टा बांदियाल और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के लिए पाकिस्तान के साथ निमंत्रण साझा किया है। आपको बता दें कि SCO के अध्यक्ष के रूप में भारत कई कार्यक्रमों की मेजबानी करने के लिए तैयार है। इस कार्यक्रम के तहद नई दिल्ली में SCO देशों के मुख्य न्यायाधीशों का एक सम्मेलन, विदेश मंत्रियों की बैठक और 2023 में एक शिखर सम्मेलन होंगे। SCO देशों के मुख्य न्यायाधीशों की बैठक मार्च में होनी है, जबकि विदेश मंत्रियों की बैठक मई में आयोजित की जाएगी।
अभी नहीं हुई है आधिकारिक पुष्टि
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मुख्य न्यायाधीश और विदेश मंत्री दोनों भारत में होने वाले इन कार्यक्रमों में शामिल होंगे या फिर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने के लिए किसी को प्रतिनियुक्त करेंगे। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान ने अभी तक भारतीय आमंत्रण का जवाब नहीं दिया है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लिखा है कि चीन और रूस की उपस्थिति के कारण SCO एक महत्वपूर्ण मंच है। ऐसे में पाकिस्तान के इन आयोजनों से बाहर रहने की संभावना न के बराबर है।
यात्रा पर दुनिया भर की होंगी निगाहें
पाकिस्तान और भारत दोनों को कुछ साल पहले SCO जैसे प्रभावशाली संगठन के पूर्ण सदस्य के रूप में स्वीकार किया गया था, क्योंकि उन्होंने अपने द्विपक्षीय विवादों के कारण SCO के काम को कमजोर नहीं करने का संकल्प लिया था। दक्षिण भारत के पर्यटन स्थल गोवा में SCO के विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली है। यदि मुख्य न्यायाधीश और विदेश मंत्री दोनों आयोजनों के लिए भारत की यात्रा करते हैं, तो इसे महत्वपूर्ण माना जाएगा और यह कई वर्षों में पाकिस्तान से पहली हाई-प्रोफाइल यात्रा होगी।
जुड़ाव का आधार होगा तैयार
हालांकि इस यात्रा से इन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के लिए कोई ठोस परिणाम निकलने की संभावना नहीं है, लेकिन इससे दोनों देशों के रिश्तों में थोड़ी सी बर्फ पिघलने की उम्मीद जरूर बंध सकती है। भारत जून में एससीओ शिखर बैठक की मेजबानी भी करेगा और लगभग तय है कि पाकिस्तान को आमंत्रित किया जाएगा। अगर ये यात्राएं होती हैं तो दोनों देशों के बीच किसी तरह के जुड़ाव के लिए आधार तैयार कर सकती हैं। आपको बता दें कि SCO शिखर सम्मेलन के तुरंत बाद, भारत अक्टूबर-नवंबर में एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट विश्व की मेजबानी करने के लिए तैयार है।
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