कैसे अमिताभ बच्चन से लेकर पुतिन कर रहे हैं करोड़ों डॉलर की टैक्स चोरी
लंदन। दुनिया में सबसे ज्यादा गुप्त तरीके से काम करने वाली कंपनी मोस्साक फॉसेंका एक ऐसी कंपनी है जिसकी मदद दुनिया कई लोग सिर्फ इसलिए लेते हैं ताकि वे टैक्स देने से बच सकें या फिर कम टैक्स दें।
अब इसी कंपनी के 10 लाख सीक्रेट्स डॉक्यूमेंट्स से ऐसी जानकारी सामने आई है जिससे ऐसे 'चोरों' के बारे में पता चलता है। इन डॉक्यूमेंट्स की इनवेस्टिगेशन को 'पनामा प्रोजेक्ट' नाम दिया गया और इन डॉक्यूमेंट्स को 'पनामा पेपर्स' नाम दिया गया है।
ईरान के सबसे अमीर शख्स को करप्शन की वजह से मौत की सजा
इन डॉक्यूमेंट्स से पता लगता है कि कैसे रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन से लेकर भारत में बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन तक अपनी दौलत को छिपाने के लिए टैक्स की चोरी करने में माहिर हैं।
इन डॉक्यमेंट्स के मुताबिक अमिताभ बच्चन अपनी कंपनी एबीसीएल की शुरुआत करने से पहले ही चार कंपनियों की शुरुआत कर चुके थे।
इन डॉक्यूमेंट्स से यह भी पता चलता है कि मोसाक फोंसेका ने किस तरह अपने कस्टमर्स के पास मौजूद ब्लैक मनी को लीगल मनी और उस पर किसी तरह के प्रतिबंधों से बचाने में उनकी मदद की।
करप्शन को कंट्रोल करने के लिए आया '0' का नोट
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इस लिस्ट में करीब 500 से ज्यादा भारतीयों के नाम हैं जिन्होंने कंपनी, फाउंडेशन या फिर किसी ट्रस्ट के नाम पर टैक्स चोरी की।
इसके अलावा करीब 234 भारतीय पासपोर्ट्स क्लाइंट्स की ओर से कंपनी को सौंपे गए थे। एक नजर डालिए इस लिस्ट में कुछ बड़े भारतीय और कुछ बड़े भारतीय नामों पर।
ऐश्वर्या राय बच्चन
ऐश्वर्या राय बच्चन, उनके पिता कृष्ण राय, उनकी मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय वर्ष 2005 में ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड में एक कंपनी एमिक पार्टनर्स लिमिटेड के डायरेक्टर्स बनाए गए थे। वर्ष 2008 में कंपनी के खत्म होने से पहले ऐश का स्टेटस कंपनी में शेयरहोल्डर का हो गया था।
अमिताभ बच्चन
अमिताभ बच्चन को चार विदेशी शिपिंग कंपनियों जिनमें से एक ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड तो तीन बहमास में हैं, उनका निदेशक बनाया गया था। इन कंपनियों की स्थापना वर्ष 1993 में हुई थी। डॉक्यूमेंट्स का कहना है कि इन कंपनियों की ऑथराइज्ड पूंजी 5,000 अमेरिकी डॉलर से लेकर 50,000 अमेरिकी डॉलर ही थी लेकिन कई मिलियन डॉलर्स का लेनदेन किया गया।
समीर गहलौत
इंडिया बुल्स के मालिक समीर गहलौत की लंदन में परिवार के नाम पर तीन संपत्तियां हैं। इसके अलावा समीर के पास दिल्ली, करनाल, न्यू जर्सी, बहमास और यूके में और भी प्रॉपर्टीज हैं। यह सारी प्रॉपर्टीज एसजी ग्रुप्स ऑफ ट्रस्ट के नाम पर है जिसकी शुरुआत वर्ष 2012 में हुई थी।
केपी सिंह
डीएलएफ के मालिक केपी सिंह ने भी वर्जिन आईलैंड में एक संपत्ति वर्ष 2012 में अपनी पत्नी इंद्रा केपी सिंह को को-शेयरहोल्डर बनाकर खरीदी थी। इसके बाद दो और कंपनियों की शुरुआत उनके बेटे राजीव सिंह और बेटी पिया सिंह ने वर्ष 2012 में की थी। इस परिवार के तीन विदेशी वेंचर्स की संपत्ति कुल मिलाकर 10 मिलियन डॉलर है।
गद्दाफी से लेकर असद का नाम
इन डॉक्यूमेंट्स से पता लगता है कि 72 देशों के वर्तमान या पूर्व राष्ट्राध्यक्षों के तार इस कंपनी से जुड़े हैं। इनमें कई पूर्व तानाशाह भी शामिल हैं जिन पर अपने ही देश को लूटने का आरोप है। इन डॉक्यूमेंट्स में इजिप्ट के पूर्व तानाशाह होस्नी मुबारक, लीबिया के पूर्व शासक मुअम्मर गद्दाफी और सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के परिवार और उनके सहयोगियों से जुड़ी कंपनियों की गोपनीय जानकारी भी शामिल है।
राष्ट्रपति पुतिन का नाम भी
इन डॉक्यमेंट्स से अरबों डॉलर की हेराफेरी करने वाले एक ऐसे रैकेट का भी पता लगा जिसके संबंध एक रशियन बैंक से है इस बैंक में राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन के करीबी सहयोगी भी जुड़े हुए हैं। यह बैंक है बैंक ऑफ रशिया जिस पर यूक्रेन संकट के बाद अमेरिका और यूरोपियन यूनियन ने बैन लगा दिया था।
कैसे लगे पुतिन पर आरोप
इन डॉक्यूमेंट्स से पहली बार पता चला है कि ये बैंक कैसे काम करता है। बैंक विदेश में मौजूद कंपनियों के जरिए पैसा लगाता है। इनमें से दो कंपनियां आधिकारिक तौर पर उन लोगों की हैं जो राष्ट्रपति पुतिन के सबसे करीबी दोस्तों में शुमार हैं। इनका नाम है सर्गेई रोल्डूगिन है जो टीनएज से ही पुतिन के दोस्त हैं और उनकी बेटी मारिया के गॉडफादर भी हैं।
कैसे होती है चोरी
विदेशी कंपनियां ऐसे देशों जैसे पनामा में स्थित होती हैं और वे अपने ही टैक्स नियमों को फॉलो करती हैं। इन कंपनियों को ऐसे देशों में अपने गृहदेश की तुलना में कम टैक्स अदा करना पड़ता है।