विमान में हुआ छेद, फिर कैसे बची 279 यात्रियों की जान, पढ़ें पूरी कहानी
सिडनी। सिडनी से शंघाई जाने वाले चाईना ईस्टर्न एयरलाइंस में रविवार की रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। चीन से सिडनी के लिए 70 किमी की उड़ान भरने के बाद प्लेन MU-736 के इंजन में एक बड़ा छेद हो गया। इस दौरान प्लेन में करीब 279 यात्री सवार थे। अगर पायलट इस दिक्कत को समय रहते न भाप लेते तो घटना बहुत बड़ा अंजाम ले सकती थी। हादसे को टालने के लिए सिडनी में प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग का फैसला लिया गया।
आधे घंटे के बाद पायलट को हुआ दिक्कत का अंदेशा
सिडनी से शंघाई के लिए चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस के इस प्लेन रविवार देर रात 10:30 बजे के करीब उड़ान भरी थी। प्लेन के क्रू प्लेन में आई इस दिक्कत अंदाजा करीब आधे घंटे बाद हो पाया था। जिस समय इंजन में छेद हुआ उस समय प्लेन के उड़ान की ऊंचाई करीब 5 हजार फीट थी। एयरलाइन्स के जनरल मैनेजर कैथी झांग ने बताया कि " प्लेन के इंजन में आवाज सुनी और आनन फानन में प्लने को सिडनी एयरपोर्ट पर ही उतारना पड़ गया था। कई पैसेंजर्स ने भी इसकी आहट महसूस की जिससे वह काफी घबरा गए थे"।
सबने महसूस की अनहोनी की दस्तक
पैसेंजर्स ने कहा कि उन्हें अचानक ही प्लेन से जलने की बू आने लगी। प्लेन पर सवार यात्रियों ने बताया कि पहले तो हम घबरा गए लगा कि प्लेन हीट हो रहा है। लेकिन जब ज्यादा तेजी से जलने की बू आने लगी तो हमने इसकी शिकायत क्रू को दे दी। कई यात्रियों को लग रहा था कि लेफ्ट इंजन की तरफ से किसी चीज के टकराने की आवाज आ रही है। नजारा वाकई बहुत डरावना था। कई पैसेंजर्स ने कहा यह अबतक कि मेरी सबसे खतरनाक यात्रा है। इंजन में इसी तरह से छेद हुआ था कि किसी ने उस पर जोरदार प्रहार किया हो। हालांकि पायलट और क्रू मेंबर का कहना है कि हवा का दबाव अधिक होने के चलते ऐसा हुआ। लेकिन क्रू मेंबर्स की सचेत स्थिति के चलते ऐसा नहीं हो सकता।
प्लेन की हालत देखकर दंग रह गए पैसेंजर्स
कारला नाम की एक पैसेंजर ने बताया, "प्लेन लैंड होने के बाद मैंने इंजन की यह हालत देखी। यह बहुत डरावना था। मैं सच में डर गई।"
- ब्रैंडन ग्रैंगर नाम के एक पैसेंजर ने बताया, "प्लेन से उतरते ही हमने इंजन की ओर देखा। उसमें से धुआं निकल रहा था। इसे देखकर हमें यही ख्याल आया कि अगर थोड़ी और देर हो गई होती तो इसका अंजाम कितना भयानक होता।"
-
वहीं,
एक
पैसेंजर
ने
कहा,
"भगवान
का
शुक्र
है
कि
हमारी
जान
बच
गई।
प्लेन
के
लैंड
होने
के
बाद
मुझे
पता
चला
कि
जिस
वक्त
यह
हादसा
हुआ,
हम
5
हजार
फीट
की
ऊंचाई
पर
थे।"