अमेरिका में बसना चाहते हैं श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे, रिपोर्ट में खुलासा
दरअसल, राजपक्षे के पास पहले अमेरिकी नागरिकता थी, लेकिन 2019 में श्रीलंका के राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने अपनी अमेरिकी नागरिकता छोड़ दी थी।
कोलंबो,
19
अगस्त
:
श्रीलंका
के
पूर्व
राष्ट्रपति
गोटाबाया
राजपक्षे
अमेरिका
वापस
लौटने
के
लिए
ग्रीन
कार्ड
की
प्रतीक्षा
कर
रहे
हैं।
मीडिया
रिपोर्ट
के
मुताबिक
राजपक्षे
अपनी
पत्नी
और
बेटे
के
साथ
अमेरिका
में
बस
जाना
चाहते
हैं।
बता
दें
कि,
देश
को
घोर
आर्थिक
और
राजनीतिक
संकट
में
छोड़कर
गोटाबाया
कोलंबो
छोड़कर
सिंगापुर
भाग
गए
थे।
अमेरिका में रहना चाहते हैं गोटाबाया राजपक्षे
घोर राजनीतिक संकट के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपेक्ष श्रीलंका की धरती को छोड़कर सिंगापुर निकल लिए थे। खबर है कि, अब वे अपनी पत्नी और बेटे के साथ अमेरिका में रहने की ख्वाहिश रखते हैं। इसके लिए वे अमेरिकी ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन
श्रीलंका के मीडिया हाउस डेली मिरर के अनुसार, दावा किया गया है कि राजपक्षे के वकीलों ने संयुक्त राज्य अमेरिका में ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन की प्रक्रिया बीते महीने ही शुरू कर दी थी। राजपक्षे की पत्नी लोमा राजपक्षे अमेरिकी नागरिक हैं, इसलिए वह ग्रीन कार्ड के लिए योग्य हैं।
पहले अमेरिकी नागरिकता थी
दरअसल, राजपक्षे के पास पहले अमेरिकी नागरिकता थी, लेकिन 2019 में श्रीलंका के राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने अपनी अमेरिकी नागरिकता छोड़ दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक गोटाबाया राजपक्षे इस समय बैंकॉक के एक होटल में अपनी पत्नी के साथ रह रहे हैं। पहले गोटाबाया राजपक्षे नवंबर तक थाइलैंड में ही रहने वाले थे, लेकिन अब वे 24 अगस्त को श्रीलंका वापस आएंगे।
अमेरिका ने पहले गोटाबाया की वीजा अनुरोध को ठुकराया था
बता दें कि, श्रीलंका से भागने से पहले गोटाबाया राजपक्षे ने अमेरिका से वीजा की मांग की थी। उनके इस अनुरोध को वाशिंगटन ने खारिज कर दिया था। गोटबाया राजपक्षे के पास श्रीलंका और अमेरिका की दोहरी नागरिकता थी, लेकिन उन्होंने 2019 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले अपनी अमेरिका की नागरिकता छोड़ दी थी। बता दें कि, श्रीलंका के संविधान में एकल नागरिकता का प्रवाधान है। ऐसे में उन्हें राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए सिर्फ श्रीलंका का नागरिक होना जरूरी था। चुनाव में गोटबाया राजपक्षे प्रचंड बहुमत के साथ श्रीलंका के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे। लेकिन श्रीलंका में घोर आर्थिक संकट ने उनकी नीतियों की धज्जियां उड़ाकर रख दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन का घेराव करके उनके इस्तीफे की मांग करने लगे, जिसके बाद वे देश छोड़कर भाग गए। इसके बाद से वे सबसे अलोकप्रिय नेता बन गए।