‘मेरे पिता ने फर्जी बातें की’, अमेरिकी कांग्रेस की सुनवाई में डोनाल्ड ट्रंप की बेटी ने पिता को कहा ‘झूठा’
डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी और सलाहकार इवांका ट्रम्प ने अमेरिकी कैपिटल हमले की जांच कर रहे अमेरिकी सासंसदों के पैनल को बताया कि वह भी पूर्व राष्ट्रपति के झूठे दावों पर विश्वास नहीं करती हैं।
वॉशिंगटन, जून 10: डोनाल्ड ट्रंप की बेटी ने अमेरिकी कांग्रेस की एक जांच कमेटी के सामने अपने पिता को झूठा करार दिया है और कहा है कि, उनके पिता ने 2020 राष्ट्रपति चुनाव के दौरान चुनावी फर्जीवाड़े की जो बातें की थीं, वो उसपर यकीन नहीं रखती हैं। इवांका ट्रंप का ये बयान उनके पिता डोनाल्ड ट्रंप के राजनीतिक करियर के लिए काफी खतरनाक हो सकता है, क्योंकि राष्ट्रपति रहने के दौरान इवांका ट्रंप अपने पिता की सबसे करीबी सहायक थीं।
इवांका ट्रंप ने क्या कहा?
डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी और सलाहकार इवांका ट्रम्प ने अमेरिकी कैपिटल हमले की जांच कर रहे अमेरिकी सासंसदों के पैनल को बताया कि वह भी पूर्व राष्ट्रपति के झूठे दावों पर विश्वास नहीं करती हैं कि उनकी 2020 की चुनावी हार व्यापक मतदान धोखाधड़ी के कारण हुई थी। व्हाइट हाउस में चार वर्षों के ट्रंप के शासनकाल के दौरान अपने पिता के सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक, इवांका ट्रम्प अमेरिकी कांग्रेस की एक जांच कमेटी के सामने बयान दे रही थीं, जो 6 जनवरी 2011 को अमेरिकी संसद पर हुए हमले की जांच कर रही है। इवांका ट्रंप पहली बार इस कमेटी के सामने प्रस्तुत हुईं थीं और वीडियो लिंक के जरिए अपना बयान दर्ज करवाया था।
क्या राष्ट्रपति चुनाव में हुई धोखाधड़ी?
इवांका ट्रंप ने कांग्रेस के जांचकर्ताओं से कहा कि, 'मैं अटॉर्नी जनरल विलियम बर्र का सम्मान करती हूं। इसलिए मैंने उनकी बात मान ली'। और अटॉर्नी बर्र ने कहा कि, अमेरिकी डिफेंस डिपार्टमेंट को इस बात के कोई भी सबूत नहीं मिले हैं, कि 2020 राष्ट्रपति चुनाव के दौरान किसी भी तरह की कोई धोखाधाड़ी हुई थी। वहीं, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लगाए गये आरोप, कि चार प्रमुख राज्यों में बड़े पैमाने पर मतदान के दौरान धोखाधड़ी की गई, इसीलिए वो चुनाव हार गये और चुनाव में चोरी की गई थी, ये आरोप पूरी तरह से फर्जी हैं। इवांका ट्रंप ने इस बात को कबूल कर लिया है।
बर्र ने ट्रंप के दावों को ‘बकवास’ कहा
आपको बता दें कि, अमेरिकी कांग्रेस की समिति ने पैनल के सामने यूएस अटार्नी जनरल विलियन बर्र का एक वीडियो प्रस्तुत किया, जिसमें बर्र ने अपने पूर्व बॉस डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव में धोखाधड़ी के दावों को "बकवास" बताया। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, अपने रिपब्लिकन मतदाताओं को ये भरोसा दिलाने में कामयाब रहे हैं, कि चुनाव में धांधली की गई थी और उन्हें धोखे से राष्ट्रपति पद से हटाया गया। बुधवार को संपन्न हुए एक रॉयटर्स/इप्सोस पोल में पाया गया है कि, 58% रिपब्लिकन ने 2020 के चुनाव के परिणाम को धोखाधड़ी का परिणाम माना। आपको बता दें कि, 6 जनवरी, 2021 को जब दंगा भड़का था, उससे पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस के बाहर हजारों समर्थकों के सामने एक भड़काऊ भाषण दिया था, जिसमें उन्होंने 2020 के चुनाव के अपने झूठे दावों को दोहराया और उनसे कैपिटल हिल (संसद) तक मार्च करने और नरक का दरवाजा तोड़ देने का आह्वान किया था।
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