प्रतिबंध हटाए वरना अमेरिका भुगतेगा गंभीर परिणाम: चीन
बीजिंग। रूस से हथियार खरीदने की वजह से अमेरिका ने अपने काट्सा (CAATSA) कानून के तहत चीनी मिलिट्री एजेंसी पर प्रतिबंध लगाए हैं, जिसके बाद अब चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने प्रेस कांफ्रेंस कर अमेरिका के इस कदम विरोध दर्ज किया है। गेंग ने आधिकारिक रूप से विरोध करते हुए कहा कि अमेरिका ने अपने इस कदम से अंतरराष्ट्रीय संबंधों से लेकर दो देशों के रिश्तों और सेनाओं के बीच बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन किया है।
गेंग ने सख्त लहजे में अमेरिका को अपनी गलती सुधारने और उन पर लगाए तथाकथित प्रतिबंधों को तुरंत हटाने के लिए कहा है। गेंग ने कहा कि अमेरिका अगर अपने कदम वापस नहीं लेता है, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
अमेरिका ने गुरुवार को कहा था कि वे चीन की मीलिट्री ऑफ डिफेंस को आर्थिक प्रतिबंधों की लिस्ट में रख रहे हैं, क्योंकि उन्होंने रूस से हथियार खरीदे हैं। अमेरिका का आरोप है कि चीन ने उनके काट्सा नियमों का उल्लंघन किया है। अमेरिका ने कहा कि हाल ही में चीन ने रूस से सूखोई एसयू-35 फाइटर जेट्स और और एस-400 जमीन से हवा में मारने वाली मिसाइलें खरीदी है।
ईरान और नॉर्थ कोरिया के बाद चीन तीसरा बड़ा देश है, जिनपर अमेरिका ने अपने काट्सा एक्ट के तहत प्रतिबंध लगाए हैं। ट्रंप सरकार ने पिछले साल 2017 में रूस के खिलाफ काट्सा (Countering America's Adversaries Through Sanctions Act) एक्ट लाते हुए कहा था कि उन्होंने रूस की यूक्रेन पर आक्रामकता, क्रीमिया पर कब्जा और 2016 के अमेरीकी चुनावों में हस्तक्षेप और अन्य घातक गतिविधियों को देखते हुए यह कदम उठाया है।
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