जलवायु शिखर सम्मेलन के लिए ब्रिटेन ने पीएम मोदी को दिया न्योता, साझेदारी बढ़ाने की कही बात
नई दिल्ली: ब्रिटेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अलगे महीने होने वाले जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है। 12 दिसंबर को होने वाला ये शिखर सम्मेलन उन नेताओं को एक मंच प्रदान करेगा जो जलवायु से संबंधित अनुकूल योजनाओं के साथ आगे आने को तैयार हैं। इससे पहले 2016 में पेरिस समझौता हुआ था, जिसके तहत सभी देशों ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने की बात कही थी। भारत और यूके लगातार इस समझौते पर काम कर रहे हैं।
ब्रिटिश उच्चायोग के बयान के मुताबिक लंदन में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बुधवार को ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय में मंत्री फिलीप बार्टन से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिखर सम्मेलन के लिए निमंत्रण दिया। साथ ही कहा कि मेरे दिल में भारत के लिए विशेष जगह है। मैं जानता हूं कि दोनों देशों के बीच संबंध बनाने के महत्व को मैंने सबसे पहले समझा। बार्टन ने आगे कहा कि श्रृंगला और मैंने सहमति व्यक्त की है कि यूके-भारत की साझेदारी दुनिया की भलाई के लिए एक मजबूत ताकत होगी, जो अगले एक दशक में जलवायु परिवर्तन और वैश्विक सुरक्षा जैसी बड़ी अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों का सामना कर रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा, Covid19 महामारी से ज्यादा घातक हो सकता है जलवायु परिवर्तन संकट!
वहीं यूके, संयुक्त राष्ट्र, फ्रांस साथ मिलकर पेरिस समझौते की पांचवीं वर्षगाठ पर एक वर्चुअल समिट आयोजित करेंगे। जिसमें चिली और इटली की पार्टनरशिप भी होगी। वहीं संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन कॉन्फ्रेंस इसी महीने होने वाली थी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते उसे अगले साल तक के लिए टाल दिया गया। पेरिस समझौते में यूएस समेत 187 देश शामिल हैं। इस समझौते के तहत सभी देश कार्बन उत्सर्जन कम करने की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं। हाल ही में अमेरिका ने इस समझौते से अलग होने की घोषणा की थी।