अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पर हमला, गार्ड की मौत
काबुल, 30 जुलाई: अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की वापसी के बाद से हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं, जहां तालिबान लगातार बड़े शहरों पर कब्जा करता जा रहा। इस बीच शुक्रवार को पश्चिमी अफगान प्रांत की राजधानी हेरात में संयुक्त राष्ट्र के मुख्य परिसर पर हमला हुआ। जिसमें अभी तक एक गार्ड के मारे जाने की खबर है, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं।
अफगान अधिकारियों के मुताबिक लगातार तालिबानी लड़ाकों के हेरात शहर में घुसने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को कई घंटों तक अफगानी बलों के साथ आतंकियों की मुठभेड़ जारी रही। इसी बीच रॉकेट और हथगोले से संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय पर हमला हुआ। घटना पर यूएन ने कहा कि वो हालात की पूरी रिपोर्ट इकट्ठा कर रहे हैं। अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि परिसर पर हमला किसने किया। फिलहाल शहर के सभी राजनयिक परिसरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
वहीं अफगानिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि डेबोरा लियोन ने कहा कि यूएन के खिलाफ ये हमला बहुत ही निंदनीय है। उनके मुताबिक हमले में यूएन का कोई कर्मी घायल नहीं हुआ। वहीं दूसरी ओर हेरात शहर में तालिबान की एंट्री को 24 घंटे से ज्यादा का वक्त हो गया है। जिस वजह से स्थानीय लोग अब जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे हैं।
अफगानिस्तान जीतने के कगार पर तालिबान! यूएस रिपोर्ट में अफगान सरकार के अस्तित्व पर खतरे का दावा
दक्षिणी
प्रांत
हेलमंद
में
भी
हमला
मीडिया
रिपोर्ट्स
के
मुताबिक
गुरुवार
सुबह
से
तालिबान
लश्करगाह
शहर
पर
कई
दिशाओं
से
हमला
कर
रहा
है।
लश्करगाह
पाकिस्तान
की
सीमा
से
लगे
दक्षिणी
प्रांत
हेलमंद
की
राजधानी
है।
रक्षा
विशेषज्ञों
के
मुताबिक
अमेरिकी
सेना
की
वापसी
के
बाद
से
तालिबान
ने
कई
इलाकों
पर
कब्जा
किया,
लेकिन
अभी
तक
किसी
भी
प्रांतीय
राजधानी
पर
कब्जा
नहीं
किया
है।
ऐसे
में
लश्करगाह
और
हेरात
पर
हमला
काफी
ज्यादा
चिंताजनक
है।