बंदाना को हिजाब समझकर अमेरिका में भारतीय मूल की महिला पर हमला, देश छोड़कर जाने की धमकी
बंदाना को हिजाब समझकर भारतीय मूल की महिला पर अमेरिका में नस्लीय हमला।
कैलिफोर्निया। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद वहां नस्लीय हमलों में लगातार वृद्धि हुई है। ताजा मामला अमेरिका के कैलिफोर्निया का है, जहां भारतीय मूल की एक महिला पर नस्लीय हमला किया गया। 41 साल की निकी पंचोली पर उनके घर के बाहर हमला किया गया। उनपर ये हमला इसलिए हुआ क्योंकि हमलावरों ने महिला के सिर पर बंधे बंदाना को गलती से हिजाब समझ लिया था।
एनबीसी की खबर के मुताबिक निकी पंचोली जब पीस वॉक के लिए सुबह निकली थी तो सब कुछ ठीक था, लेकिन जब वो वॉक से लौटी तो हौरान रह गई। लौटते समय उन्होंने पाया कि उनकी कार के शीशे टूटे हुए हैं। कार से उनका पर्स चोरी हो चुका है और गाड़ी की सीट पर एक नोट पड़ा हुआ है।
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नोट पर धमकी भरे अंदाज में लिखा था 'हिजाब पहनी हुई...' आगे उनके लिए अपशब्द लिखे थे और लिखा था कि वो अमेरिका से भाग जाए। इस घटना के बाद निकी के साथ-साथ उनके पड़ोसी भी काफी डर गए हैं। लोग घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं।
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वहीं निकी ने कहा है कि वो मुस्लिम नहीं हैं और न ही वह हिजाब पहनती हैं। वो मूलरुप से राजस्थान की हैं और बाल झड़ने की समस्या से पीड़िता है। इसलिए डॉक्टरों की सलाह को मानते हुए उन्हें अपने टीशू और बालों को धूप से बचाने के लिए सिर पर बंदाना पहनना पड़ता है।
हमले से आहत निकी कहती हैं कि हमले से बाद से वो काफी डरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि अपने ऊपर हुए नस्लीय हमले से वो काफी स्तब्ध रह गई। उन्होंने कहा कि हिजाब पहनने से कोई किसी से इतनी घृणा कैसे कर सकता है? निकी आशा कहती है कि ये हमला उनके ऊपर हुआ आखिरी हमला हो।
आपको बता दें कि ये कोई पहला मामला नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से अमेरिका में कई नस्लीय हमले हुए हैं। हाल ही में मिनिसोटा में मुस्लिम लड़की के हिजाब को स्कूल में खींचा गया और उसके बाल को पकड़कर उसे नीचे गिरा दिया गया।