अमेरिका से इजरायल को मिलेगी 38 बिलियन डॉलर की सैन्य मदद
वाशिंगटन।
दुनिया
में
अगर
कोई
देश
है
जिससे
आईएसआईएस
डरता
है
तो
वह
है
इजरायल।
शायद
इस
एक
वजह
से
अमेरिका
ने
इजरायल
के
लिए
ऐसा
कदम
उठाया
है
जिसके
बारे
में
उसने
पिछले
कुछ
वर्षों
में
सोचा
तक
नहीं
था।
बुधवार
को
अमेरिका
और
इजरायल
के
बीच
एक
डील
साइन
होगी
जिसके
तहत
इजरायल
को
अमेरिकी
मिलिट्री
से
38
बिलियन
डॉलर
का
पैकेज
मिला
है।
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आईएसआईएस पर हमले को तैयार इजरायल
इजरायल, जो इजिप्ट की तरफ से आईएसआईएस पर हमले की रणनीति तैयार कर रहा है, मीडिल ईस्ट में अगले 10 वर्षो तक अमेरिका का सबसे करीबी साझीदार होने जा रहा है।
इजरायल को हाल के वर्षों में अमेरिका की ओर से मिला यह अब तक का सबसे बड़ा पैकेज है। इस डील के तहत अमेरिकी सेना किसी देश के साथ सबसे बड़ा सहयोगी बनेगी। साथ इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू की ओर से दी जाने वाली रियायतें भी इसमें शामिल होंगी।
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आज होगी डील
इस नई डील के अनुसार इजराइल, अमेरिका से अतिरिक्त फंड नहीं लेगा और इसमें इजराइल को यूएस मिलिट्री फंड से ही खर्च करने की मंजूरी होगी। इजरायल के मुख्य मध्यस्थकार जैकब नागेल, नेतन्याहू के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के चीफ के इस समय वाशिंगटन में हैं।
मिसाइल डिफेंस सिस्टम के लिए 500 मिलियन
एमओयू में एक वर्ष में 3.8 बिलियन डॉलर की मदद मिलेगी जो कि वर्तमान डील की तुलना में 3.1 बिलियन से ज्यादा है।
वर्तमान समय में तो डील अमेरिका और इजरायल के बीच जारी है वह वर्ष 2018 में खत्म हो जाएगी। नेतान्याहू ने एक वर्ष में 4.5 बिलियन डॉलर की मदद चाहिए थी।
इस नए पैकेज में पहली बार ऐसा होगा कि इजरायल के मिसाइल डिफेंस के लिए भी प्रतिवर्ष 500 मिलियन डॉलर की रकम मिलेगी। अमेरिकी कांग्रेस की ओर से हाल के वर्षों में इजरायल को करीब 600 मिलियन डॉलर की मदद मिल चुकी है।