पंजाब में महिला ड्रग इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या के बाद हत्यारे ने की खुदकुशी
मोहाली। सिविल अस्पताल खरड़ में स्थित फूड एंड कैमिलक टेस्टिंग लैब में उस समय दशहत मच गई जब एक व्यक्ति ने भवन में घुसकर जोनल लाइसेंसिंग अथारिटी डॉ. नेहा शौरी की गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में आरोपी बलविंदर सिंह निवासी मोरिंडा ने बिल्डिंग से बाहर जाकर खुद को भी गोली मार ली। पुलिस ने गंभीर हालत में दोनों को पीजीआई रैफर कर दिया। जहां दोनों की मौत हो गई। पुलिस के आला अधिकारी ने बताया कि हत्या के पीछे पुरानी रंजिश बताई जा रही है।
आरोपी बलविंदर साल 2009 में मोरिंडा में जसप्रीत मेडिकल स्टोर नाम की कैमिस्ट शॉप चलाता था। उस समय डॉ शौरी रोपड़ में ड्रग इंसपेक्टर के रूप में तैनात थी। डॉ. शौरी ने 29 सितंबर 2009 को जसप्रीत मेडिल स्टोर पर छापा मारा था। इस दौरान नशे में प्रयोग होने वाली 35 तरह की दवाईयां आरोपी के स्टोर से बरामद हुई थी। जिस संबंधी उसके बाद कोई दस्तावेज नहीं थे। इस कारण डॉ. शौरी ने जसप्रीत मेकिडल स्टोर का लाइसेंस कैंसिल कर दिया था।
वहीं, पुलिस की शुरूआत जांच में सामने आया कि लाइसेंस रद्द होने से बलविंदर सिंह गुस्से में रहता था। उसने आठ मार्च 2019 को इस लाइसेंस पर 32 बोर की रिवाल्वर खरीदी थी। एसएसी ने बताया कि आरोपी पिस्तौल लेकर सिविल अस्तपाल खरड़ में गया। इसके बाद वह फूड कैमिकल टेस्टिंग लैंब में पहुंचा। जिसने वहां पर जोनल लाइसेंस अथारिटी डॉ. नेहा शौरी की तीन गोलियां मारकर हत्या कर दी है। इसके बाद उसने फरार होने की कोशिश की। इसी बीच उसे लोगों ने घेर लिया। इस के बाद पिस्तौल लेकर लोगों को धमकाने की कोशिश की। लेकिन बाद में फंसता देखकर खुद को गोली मार ली।