मोदी की राह पर भागवत कहा, 50 वर्षों के लिए देवी देवताओं को भूल जाएं युवा
मोहन भागवत ने देश की सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार के पास धन, बजट, व्यवस्था और प्रशासनिक अमला है लेकिन उसकी नीति और नीयत में खामी होने के कारण वह काम नहीं करती है। भागवत के अनुसार युवाओं में देश के लिए काम करने की तड़प होनी चाहिए। उन्होने संघ की प्रशंसा में कहा कि उत्तराखंड के राहत कार्यों में सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही, वहीं संघ के कार्यकर्ता सेवाकार्य में जुट गये।
संघ के इस कार्यक्रम में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशू भाई पटेल भी थे। जिसके यह निहितार्थ निकाले जा रहे हैं कि पटेल फिर से भाजपा में वापसी कर सकते हैं। वहीं उनके बेटे भरत पटेल को लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का टिकट भी दिया जा सकता है।
भागवत के देवी देवताओं वाले बयान को मोदी के उस बयान से जोड़ कर देखा जा रहा है, जिसमें मोदी ने कहा था कि 'पहले शौचालय फिर देवालय'। संघ का उद्देश्य इस बयान से मोदी की विकास पुरूष की छवि को और भी ज्यादा मजबूत करना है।