वीर अभिनंदन ने जब पैराशूट से उतरकर पूछा ये भारत है या पाकिस्तान?
नई दिल्ली। विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान आज पूरे देश के हीरो बन गए हैं। पूरा देश उनकी सकुशल वापसी के लिए प्रार्थना कर रहा है। अभिनंदन इस समय पाकिस्तान के कब्जे में हैं। बुधवार को पाकिस्तान के फाइटर जेट्स का पीछा करते हुए उनका जेट मिग-21 क्रैश हो गया और वह पाक की सीमा में गिर गए। पाक सेना ने उन्हें पकड़ लिया लेकिन इससे पहले कि सेना उन्हें पकड़ती विंग कमांडर ने बहादुरी के साथ उसका सामना किया। वह इतनी बहादुरी से लड़े कि देश का कोई भी राज दुश्मन के हाथ नहीं लग सका।
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पैराशूट से पीओके में जा गिरे अभिनंदन
पाकिस्तान की मीडिया भी विंग कमांडर की बहादुरी की बातें कर रही हैं। जिस समय मिग-21 क्रैश हुआ वह पीओके के भीमबेर में गिर गया। एयरक्राफ्ट से आग निकल रही थी और यहां पर लोगों ने दो पैराशूट को नीचे आते देखा। एक पैराशूट में आग लगी हुई थी और दूसरा पैराशूट एलओसी के दूसरी तरफ गिर गया। जो पैराशूट दूसरी तरफ गिरा उसमें विंग कमांडर अभिनंदन बाहर आए। उन्हें बिल्कुल भी चोट नहीं लगी थी।
अभिनंदन ने लगाए भारत के समर्थन वाले नारे
उनके पास एक पिस्टल थी और जैसे ही वह गिरे भीड़ ने उन्हें घेर लिया था। अभिनंदन ने आसपास खड़े लोगों से पूछा, 'यह भारत है या पाकिस्तान?' इस पर लोगों ने उनसे झूठ बताया कि यह भारत है और इस पर अभिनंदन भारत के समर्थन वाले कुछ स्लोगन चिल्लाने लगे। इसके बाद उन्होंने पूछा कि कौन सी जगह तो एक लड़के ने बताया यह किला है।
लोगों को भारत का नाम सुनकर आया गुस्सा
अभिनंदन ने लोगों को बताया कि उनकी पीठ में काफी चोट लगी है और उन्हें पीने के लिए पानी चाहिए। लेकिन विंग कमांडर जो नारे लगा रहे थे उससे वहां पर खड़े कुछ लोगों को गुस्सा आ गया। वे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। इसके साथ ही लोग पत्थर उठाकर उनके पीछे भागने लगे। अभिनंदन को जब इस बात का अहसास हुआ कि वह पीओके में हैं तो उन्होंने पिस्टल निकाली और वह पीछे की तरफ भागने लगे।
डॉक्यूमेंट्स को पहले निगला और फिर पानी में बहाया
करीब 15 मिनट तक अभिनंदन ने हवा में फायरिंग की ताकि लोग उनके करीब न आ सकें। वह तुरंत एक छोटे से तालाब की ओर चले गए। यहां पर उन्होंने पहले कुछ डॉक्यूमेंट्स को निगला और फिर उन्हें पानी में बहा दिया। इस बीच पाक आर्मी का एक जवान वहां पर पहुंच गया और उसने अभिनंदन को अपने कब्जे में ले लिया। यहां से अभिनंदन को मिलिट्री व्हीकल्स में बैठाकर भीमबेर स्थित सैन्य संस्थान ले जाया गया। पाक के अखबार डॉन के मुताबिक अभिनंदन को भीमबर सिटी के खाली चौका से होते हुए आर्मी के कैंट में ले जाया गया था।