कोरोना वैक्सीन को ब्रिटेन में ही क्यों मिली मंजूरी, जानिए टीके के साइड इफेक्ट्स
कोरोना वैक्सीन को ब्रिटेन में ही क्यों मिली मंजूरी, जानिए टीके के साइड इफेक्ट्स
नई दिल्ली: Pfizer Corona Vaccine Approved In UK: दुनियाभर में पहली कोरोना वायरस वैक्सीन को ब्रिटेन में मंजूरी मिल गई है। ब्रिटेन में फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन को आम लोगों को देने की इजाजत दी गई है। यूके बुधवार (02 दिसंबर) को कोविड -19 वैक्सीन को अधिकृत करने वाला पहला पश्चिमी देश बन गया है। Pfizer/BioNTech वैक्सीन की पहली डोज देने की शरुआत अगले हफ्ते से की जाएगी। ब्रिटेन महामारी के कारण यूरोप में सबसे ज्यादा मौत का शिकार होने वाले देशों में से एक है, और संकट से निपटने के लिए इसकी सरकार की भारी आलोचना हुई थी। आइए आपको बताते हैं कि वैक्सीन को कैसे मंजूरी मिला औ ब्रिटेन को ही क्यों चुना गया?
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वैक्सीन को यूके में मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA)ने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए इजाजत मिली है। MHRA ने वैक्सीन को मंजूरी दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। MHRA ने Pfizer और BioNTech डेटा की रोलिंग की समीक्षा अक्टूबर से शुरू की थी। इसके एक-एक पैकेज की डेटा की समीक्षा की गई थी।
MHRA के रोलिंग समीक्षा के मुताबिक वैक्सीन का उपयोग कम से कम समय में सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल के दौरान पूरा करने के लिए किया जा सकता है। इन सब की प्रक्रिया 23 नवंबर को यूके में शुरू हुई थी, जिसके बाद बुधवार का सार्वजनिक ऐलान किया गया।
यूरोपीय चिकित्सा एजेंसी (EMA) ने कहा है कि 6 अक्टूबर को Pfizer और BioNTec डेटा की अपनी समीक्षा प्रक्रिया शुरू की थी। जिसके बाद 1 दिसंबर को समीक्षा प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एक आवेदन दिया गया था।
ब्रिटेन में कब से मिलेगा वैक्सीन
ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक के मुताबिक, यूके अगले हफ्ते से वैक्सीन को रोल आउट करना शुरू कर देगा। लेकिन ये सिर्फ इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए होगा। मेडिकल प्रायोरिटी को देखते ही खुराक दी गई थी। फाइजर/बायोनटेक वैक्सीन के प्रत्येक प्राप्तकर्ता को दो खुराक की आवश्यकता होगी।
पैनल ने सुझाव दिया है कि जो उम्र के हिसाब से लोगों को टीका लगाया जाना चाहिए। 80 से ज्यादा उम्र वाले लोगों को भी हेल्थ वर्कर्स की तरह समझा जाना चाहिए।
फाइजर वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
फाइजर वैक्सीन के साइड इफेक्टस पर एक स्वतंत्र पैनल नजर रख रहा है। अभी तक के रिसर्च में फाइजर वैक्सीन के लिए डेटा निगरानी समिति ने वैक्सीन से संबंधित किसी भी गंभीर सुरक्षा चिंताओं के बारे में रिपोर्ट नहीं दी है। कुछ लोगों को ट्रायल के दौरान साइड इफेक्टसल के तौर थकान महसूस हुआ है।