TMC चुनाव लड़ने गोवा क्यों पहुंची, शिवसेना नेता संजय राउत ने किया बहुत बड़ा दावा
मुंबई, 9 जनवरी: शिवसेना नेता संजय राउत ने तृणमूल कांग्रेस के गोवा विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर बहुत बड़ा दावा किया है और ममता बनर्जी की पार्टी पर बेहद सनसनीखेज आरोप भी लगाए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी पर 'एंटी-कांग्रेस' स्टैंड लेने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा है कि इससे बीजेपी को ही फायदा पहुंचने वाला है। गौरतलब है कि गोवा में कांग्रेस के बड़े नेताओं को टीएमसी में शामिल करवाने के बाद खुद ममता बनर्जी अपने को राष्ट्रीय नेता के तौर पर पेश करने के मंसूबे के साथ मुंबई का दौरा भी कर चुकी हैं और शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों के साथ ही राज्य की महा विकास अघाड़ी सरकार के सबसे प्रभावशाली नेता शरद पवार से भी मिल आई हैं।
गोवा में टीएमसी के फंड पर गंभीर सवाल उठाया
शिवसेना सांसद संजय संजय राउत ने रविवार को टीएमसी पर कांग्रेस-विरोधी स्टैंड लेने के लिए जोरदार हमला किया है। उनका दावा है कि ममता बनर्जी की पार्टी की गोवा चुनावों में मौजूदगी से सबसे ज्यादा फायदा सत्ताधारी बीजेपी को ही मिलेगा। शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' के साप्ताहिक कॉलम 'रोकटोक' में राउत ने लिखा है कि टीएमसी ने कांग्रेस समेत अन्य दलों के 'गैर-भरोसेमंद नेताओं' को पार्टी में शामिल किया है। यह रवैया पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को शोभा नहीं देता, जो खुद भी बीजेपी से लड़ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गोवा में विधानसभा चुनावों पर तृणमूल कांग्रेस बहुत ही ज्यादा खर्च कर रही है और बहुत लोग कहते हैं पार्टी की ओर से खर्च किए जा रहे इस फंड का 'स्रोत कहीं और' है। हालांकि, यह स्रोत क्या और कहां है ? इसके बारे में उन्होंने ज्यादा खुलासा नहीं किया है।
गोवा में टीएमसी की मौजूदगी से बीजेपी को सबसे ज्यादा फायदा-राउत
राउत का आरोप है कि सभी दलों ने गोवा को इस समय 'राजनीतिक प्रयोगशाला' बनाकर रख दिया है। चुनाव आयोग ने शनिवार को ही 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा के लिए 14 फरवरी को चुनाव करवाने का ऐलान किया है। यूं तो बीजेपी के विरोध के दौरान दिल्ली में शिवसेना और टीएमसी में अभी काफी करीबी देखी जाती है, लेकिन अब राउत ने जो दावा कर दिया है, वह ममता बनर्जी पर बहुत बड़ा राजनीतिक हमला है। उन्होंने कहा है, 'गोवा में टीएमसी की मौजूदगी सबसे ज्यादा बीजेपी को फायदा पहुंचाएगी।' उद्धव ठाकरे की पार्टी के राज्यसभा सांसद ने कहा है कि,'यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी का लक्ष्य कांग्रेस के अस्तित्व को मिटाना है तो यह बात समझी जा सकती है। लेकिन, अगर बनर्जी का भी वही इरादा है तो यह उनकी छवि को शोभा नहीं देता है।'
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'टीएमसी-एएपी ने डाला कांग्रेस की राह में बाधा'
उन्होंने गोवा में कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को बयां करते हुए कहा है कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस वहां 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन आज की हकीकत ये है कि उसके पास सिर्फ दो ही एमएलए रह गए हैं। उनके मुताबिक कांग्रेस का ऐसा हाल इसलिए हुआ है, क्योंकि गोवा में उसके पास कोई मजूबत नेतृत्व नहीं है। उन्होंने कांग्रेस की ओर से बोलते हुए और अपनी सियासी भड़ास निकालते हुए दावा किया है कि वैसे तो राज्य में सत्ताधारी बीजेपी के लिए जीत का रास्ता आसान नहीं है, लेकिन आम आदमी पार्टी और टीएमसी जैसी पार्टियों ने बीजेपी की मदद करके कांग्रेस की राह में रोड़े अटका दिए हैं। गोवा में बीजेपी के अलावा, कांग्रेस, गोवा फॉर्वर्ड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीएफ), आम आदमी पार्टी (एएपी), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और एनसीपी जैसी पार्टिया मुख्य रूप से चुनाव मैदान में हैं।