Pradyuman Murder Case: एक सवाल अब भी बरकरार आखिर किसने की हत्या?
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गुरुग्राम। Ryan International School के प्रद्युम्न हत्याकांड ने पूरे देश का ध्यान खींचा। उम्मीद इस बात की जताई जा रही थी कि जिस तरह से जांच एजेंसियां इस जघन्य हत्याकांड की जांच करने के लिए सक्रिय हुई हैं उससे सच सामने आएगा लेकिन ऐसा फिलहाल होता नहीं दिख रहा है। हरियाणा पुलिस और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) दोनों ने जांच की लेकिन इनके परिणाम एक दूसरे के उलट आए। सवाल अब भी यही बरकरार है कि आखिर से प्रद्युम्न की हत्या की? इसकी वजह क्या थी? बता दें कि हरियाणा पुलिस ने अशोक को घटना के 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद कैमरे के सामने अशोक ने कहा था कि जब उसने प्रद्युम्न को टॉयलेट में अकेला देखा तो उसके साथ कुकर्म करना चाहा। अशोक ने उस वक्त कहा था कि जब प्रद्युम्न ने शोर मचाया शोर तो गला रेतकर हत्या कर दी।
उस वक्त अशोक ने कहा था...
इतना ही नहीं अशोक ने यह भी कहा था कि उसने पहले दबाया गला फिर चाकू से वार किए। अशोक ने गिरफ्तारी के बाद बताया था कि पूरी वारदात पांच मिनट में किया। इसके बाद उसने बताया कि टॉयलेट में ही चाकू धोकर फेंका और बाहर आ गया । अशोक ने कहा कि स्कूल में जब बच्चे की मौत की खबर फैली तो खुद गाड़ी लेकर पहुंचा और बच्चे को अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान अशोक ने यह भी कहा था कि मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी।
स्कूल के ही बच्चों ने की थी शिनाख्त
स्कूल के ही तीन बच्चों ने आरोपी अशोक के बारे में पुलिस को सूचना दी थी हालांकि वो प्रद्युम्न की क्लास के नहीं थे। उन्होंने पुलिस को बताया था कि उन लोगों ने बस कंडक्टर को बाथरूम और बाहर लगे वाटर कूलर पर हाथ धोते देखा था। जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो उन्हें अशोक के खिलाफ कई साक्ष्य मिले, जिसके बाद पुलिस ने स्कूल के सभी 9 बस चालकों और कंडक्टर को बुलाया और पूछताछ की।
फिर कबूलनामे से पलटा अशोक
हालांकि फिर अशोक अपने इस कबूलनामे से पलट गया। 18 सितंबर को अदालत में पेशी के बाद आरोपी अशोक के वकील मीडिया से कहा था कि पुलिस उसे फंसा रही है। वकील ने बताया कि अशोक ने उनको बताया था कि पुलिस ने उसे दो दिन के लिए चुप रहने को कहा था और फिर छोड़ देने का वादा किया था। कंडक्टर के कपड़ों पर खून के निशान बच्चे को गोद में उठाने के बाद लगे थे और उसके पास कोई चाकू नहीं था।
अशोक के वकील ने किया दावा
वकील ने तो यहां तक दावा किया था कि अशोक को जुर्म कबूलने के लिए 25 लाख का ऑफर भी किया गया। इससे पहले अशोक के वकील मोहित वर्मा ने कहा था कि अशोक पूरी तरह से निर्दोष है। पुलिस ने दबाव में अशोक से मार पीट कर बयान दर्ज कराया है। वकील मोहित ने कहा था कि अशोक को थर्ड डिग्री टॉर्चर और करंट के झटके देकर यह आरोप कबूल कराया गया है।
CBI जांच मामले में लायी नया मोड़
इसके बाद मामला CBI के पास गया। 24 सितंबर को CBI ने Ryan School के ही 11वीं के छात्र को पूछताछ के लिए बुलाया। 28 सितंबर को उसके घर की तलाशी ली। 8 नवंबर को CBI ने छात्र को गिरफ्तार किया और उसके प्रद्युम्न का हत्यारा बताया। CBIई ने रायन इंटरनेशनल स्कूल में हुई प्रद्युम्न की हत्या में खुलासा करते हुए कहा था कि उसने 11वीं के बच्चे ने सिर्फ इसलिए मार दिया, ताकि परीक्षाएं ना हो सकें। CBIई ने यह भी दावा किया है कि 11वीं का वह छात्र हमेशा अपने पास चाकू रखता था।
CBI ने दोस्तों से की बात
प्रद्युम्न हत्याकांड में CBIई ने अपनी जांच के दौरान 11वीं के इस छात्र के दोस्तों से भी बात की है। उन्होंने कहा है कि 11वीं के इस छात्र ने अपने दोस्तों से कहा था कि परेशान नहीं हो, मैं कुछ ऐसा करूंगा कि परीक्षा रद्द हो जाएगी। CBIई ने 11वीं के जिस छात्र को प्रद्युम्न की हत्या का आरोपी बनाया है, उसकी मानसिक हालत भी ठीक नहीं है। उस बच्चे का इलाज चल रहा है।
तब सीबीआई को हुआ शक
प्रद्युम्न मर्डर केस में हरियाणा पुलिस ने दावा किया था कि स्कूल की बस के कंडक्टर ने प्रद्युम्न का यौन शोषण करने की कोशिश की थी। CBI ने पाया कि प्रद्युम्न के साथ कोई यौन शोषण नहीं हुआ था, जिसके पास हरियाणा पुलिस की जांच पर CBI को शक हुआ।
हरपाल से छात्र ने की थी बात
इस शक के बाद जब CBI ने जांच की तो उन्होंने यह निष्कर्ष निकाला कि बच्चे की हत्या बस कंडक्टर नहीं, बल्कि 11वीं के एक छात्र ने की। 11वीं के इसी बच्चे ने सबसे पहले जाकर माली हरपाल को को प्रद्युम्न की हत्या के बारे में बताया था। यहां से भी CBIई के मन में शक पैदा हुआ।
आखिर प्रद्युम्न का कातिल कौन?
बता दें कि फिलहाल आरोपी छात्र सुधार गृह में है। वहीं आरोपी अशोक जेल में। 16 नवंबर को हुई सुनवाई के दौरान अशोक की जमानत याचिका खारिज कर दी गई लेकिन CBI के पास अशोक के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। दूसरी ओर आरोपी छात्र भी अपने कबूलनामे से मुकर गया है। उसने कहा कि उस पर दबाव बना कर बयान लिया गया। दिन ब दिन इस मामले के पेंच बढ़ते जा रहे हैं। CBI और पुलिस दोनों की जांच के बाद यह सवाल अब भी बरकरार है कि आखिर प्रद्युम्न का कातिल कौन?