जानिए कौन है वह शख्स जिसने पीएम मोदी को नवाजा चैंपियंस ऑफ द अर्थ पुरस्कार से
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज चैंपियंस ऑफ द अर्थ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पीएम मोदी को यह पुरस्कार यूनाइटेड नेशंस (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटारेश के हाथों हासिल हुआ है। गुटोरश सोमवार को पहली बार भारत दौरे पर आए हैं। गुटारेश ने जनवरी 2017 में अपना पद संभाला था और वह पुर्तगाल के रहने वाले हैं। गुटारेश का भारत दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब यूएन की एक रिपोर्ट में कश्मीर में मानवाधिकार के बात कही गई थी और साथ ही लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों को आतंकी मानने से इनकार कर दिया गया है। आइए आपको बताते हैं कि कौन हैं गुटारेश और क्या है भारत-पाकिस्तान पर उनकी राय।
पुर्तगाल के लोकप्रिय नेता
गुटारेश, पुर्तगाल के सबसे लोकप्रिय राजनेता हैं और उन्होंने यहां की सोशलिस्ट इंटरनेशनल पार्टी के मुखिया के तौर पर सबसे ज्यादा समय तक सेवा में रहने का रिकॉर्ड भी कायम किया है। गुटारेश, यूएन के नौंवे महासचिव हैं और यूएन की रिफ्यूजी एजेंसी का नेतृत्व सीरिया में कर चुके हैं। वह पहले ऐसे नेता हैं जो सीरिया पहुंचे थे और उन्होंने सीरिया की हकीकत दुनिया को बताई थी। पेशे से एक इंजीनियर हैं और वर्ष 1976 में पहली बार पुर्तगाल की राजनीति में कदम रखा।
दुनिया को बताई सीरिया की हकीकत
जिस समय गुटरेश ने राजनीति में कदम रखा, उस समय पुर्तगाल में पांच दशकों की तानाशाही खत्म हुई थी और पहली बार चुनाव हो रहे थे। गुटारेश वर्ष 1992 में पुर्तगाल की सोशलिस्ट पार्टी के नेता बन गए। वर्ष 1995 में गुटेरेश पुर्तगाल के राष्ट्रपति चुने गए थे। वर्ष 2005 से 2015 तक गुटेरेश ने यूएन की रिफ्यूजी एजेंसी का नेतृत्व किया। इसके बाद अफगानिस्तान, इराक और सीरिया में उन्होंने रिफ्यूजी सकंट का अध्ययन किया। रिफ्यूजी एजेंसी के मुखिया रहते पश्चिमी देशों से इस संकट को खत्म करने की अपील की। दिसंबर 2015 में रिफ्यूजी एजेंसी के प्रमुख के तौर पर गुटेरेश का कार्यकाल खत्म हो गया था।
क्या है भारत-पाकिस्तान पर राय
जनवरी 2017 में पद संभालने के बाद गुटारेश ने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यूएन चीफ की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई है कि वह दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों से मीटिंग के जरिए कश्मीर मुद्दे के समाधान की कोशिशें कर रहे हैं। यहां पर उनसे भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव पर सवाल पूछा गया। उन्होंने जो जवाब दिया उसके मुताबिक, 'आपको क्या लगता है कि मैंने तीन बार पाकिस्तान और दो बार भारत के प्रधानमंत्री से मुलाकात क्यों की?' गुटारेश पर अक्सर ही आरोप लगते हैं कि बतौर यूएन चीफ वह दोनों देशों के बीच विवाद को सुलझाने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं और न ही तनाव को कम करने के लिए कोई कोशिशें हो रही हैं। गुटारेश के साथ पीएम मोदी एक और मुलाकात करेंगे और माना जा रहा है कि इस मुलाकात में सीमा पार से जारी आतंकवाद पर भी चर्चा होगी।