पंजाब नहीं बिहार के रहने वाले हैं दलेर मेंहदी, खूंखार डाकू दलेर सिंह पर रखा था नाम
नई दिल्ली। पंजाबी गायक दलेर मेंहदी को पटियाला कोर्ट ने मानव तस्करी के आरोप में दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई है। पटियाला कोर्ट ने दलेर मेंहदी को लोगों को गैरकानूनी तरीके से विदेश भेजने का दोषी पाया है। अपने 'तुनक तुनक' गाने से पूरे देश को अपना दीवाना बनाने वाले दलेर मेंहदी के बारे में बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि वे पंजाब में नहीं बल्कि बिहार में पैदा हुए थे।
डाकू दलेर सिंह से प्रेरित था नाम
दलेर मेंहदी ने सालों पहले एक टीवी इंटरव्यू में बताया था कि जब वे पैदा हुए थे उस वक्त एक खूंखार डाकू दलेर सिंह काफी सुर्खियों में रहता था। दलेर मेंहदी ने बताया कि उनके माता-पिता ने इसी दलेर सिंह के नाम से प्रभावित होकर उनका दलेर मेंहदी रखा था। दलेर मेंहदी ने बताया कि उन्हें बचपन से ही गानों में काफी दिलचस्पी थी। उनके माता-पिता ने उन्हें बचपन में ही 'राग' और सबद की शिक्षा दिलाई थी।
11 साल में गोरखपुर भाग गए थे
पटना की गलियों में अपना गुजारने वाले दलेर मेंहदी 11 साल की उम्र में गायकी सीखने के लिए घर छोड़कर गोरखपुर भाग आए थे। बाद में दलेर मेंहदी हरमिंदर साहब गए जहां वे काफी लंबे समय तक तख्त में शबद कीर्तन सुनाया करते थे। इसके बाद ही दलेर मेंहदी ने म्यूजिक इंडस्ट्री में हाथ आजमाने का फैसला लिया और जल्द ही उनके गानों ने पूरे देश में धूम मचा दी। दलेर मेंहदी को आज भी पंजाबी पॉप गायकी के सबसे बड़े सितारे के रूप में देखा जाता है।
दलेर मेंहदी ने की दो-दो शादियां
दलेर मेंहदी ने अपनी निजी जीवन में दो बार शादी की है। दलेर मेंहदी की पहली शादी अमरजीत मेंहदी से हुई थी। अमरजीत से दलेर मेंहदी को एक बेटा मंदीप मेंहदी और बेटी अजित मेंहदी पैदा हुए। बता दें कि मंदीप और अजित भी सिंगर है और कई पंजाबी गानों में अपनी आवाज दे चुके हैं। वहीं दलेर मेंहदी की दूसरी शादी तरनप्रीत से हुई है। तरनप्रीत भी पेशे से गायक है। तरनप्रीत को निक्की मेंहदी के नाम से भी जाना जाता है।
1998 में फंसे दलेर मेंहदी
दलेर मेंहदी जब अपनी बुलंदियों पर थे उसी वक्त उनपर साल 1998 में कबूतरबाजी के आरोप लगे। हालांकि तब दलेर मेंहदी का प्रभाव कुछ ऐसा था कि ये मामला दर्ज नहीं हो सका। लेकिन साल 2003 में कोर्ट के आदेश के बाद दलेर मेंहदी और उनके भाई शमशेर के खिलाफ केस दर्ज हुआ। बीते 15 सालों से इस मामले में चली आ रही सुनवाई के बाद कोर्ट ने आज दलेर मेंहदी और उनके भाई को दोषी करार दिया।