'नियमित रूप से आंकड़ों की समीक्षा हो रही', Monkeypox के बढ़ते मामलों पर WHO का बयान
नई दिल्ली, 25 जुलाई: देश में मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ता जा रहा है। केरल में तीन मामले मिलने के बाद दिल्ली तक मंकीपॉक्स ने दस्तक दे दी है। रविवार को राजधानी दिल्ली में एक केस मंकीपॉक्स का मिला है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली में मंकीपॉक्स के पहला रोगी की पुष्टि की है। जो मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। देश में कुल मामले 5 हो गए है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों पर अलर्ट करते हुए कहा है कि आंकड़ों की समीक्षा की जा रही है।
इससे पहले WHO ने मंकीपॉक्स को वैश्विक बीमारी बताते हुए पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी थी और इसे वैश्विक चिंता का विषय बताया था। वहीं अब डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया एरिया की रिजनल डायरेक्टर डॉ. पीके सिंह ने कहा कि कई देशों से मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं। डब्ल्यूएचओ विश्व स्तर पर और दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में मंकीपॉक्स के जोखिम को मध्यम मानता है। डब्ल्यूएचओ नियमित रूप से अपनी प्रयोगशाला और अन्य विशेषज्ञ समूहों के साथ उपलब्ध आंकड़ों की समीक्षा कर रहा है।
इस बीमारी को लेकर डॉ. पीके सिंह ने बताया कि मंकीपॉक्स का ट्रांसमिशन मुख्य रूप से निकट शारीरिक संपर्क के माध्यम से होता है, जिसमें यौन संपर्क भी शामिल है। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए दूषित पदार्थों से भी ट्रांसमिशन हो सकता है। उन्होंने आगे बताया कि प्रकोप की शुरुआत से ही डब्ल्यूएचओ, देशों का समर्थन कर रहा है। हमें सतर्क रहने और मंकीपॉक्स के प्रसार को कम करने के लिए एक प्रतिक्रिया की जररूत है। ऐसा करते समय, हमारे प्रयास, उपाय संवेदनशील और भेदभाव से रहित होने चाहिए।
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वहीं स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (डीजीएचएस), दिल्ली सरकार ने कहा कि सभी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए संबंधित जिला निगरानी इकाई (DSU) को मंकीपॉक्स के किसी भी संदिग्ध मामले की सूचना देना अनिवार्य है। जिला निगरानी अधिकारियों (DSO) के समन्वय से लोक नायक अस्पताल के आरक्षित वार्ड में रेफर और आइसोलेट किया जाना चाहिए।