शशिकला ने विधायकों को रिजॉर्ट में कर रखा है 'कैद', ना मोबाइल, ना टीवी की सेवा, HC ने मांगा जवाब
वो विधायक किसी भी तरह पन्नीरसेल्वम से संपंर्क ना कर सकें इसलिए उन्हें मोबाइल भी इस्तेमाल नहीं करने दिया जा रहा है। इतना ही नहीं इस रिजॉर्ट को किले में तब्दील कर दिया गया है!
चेन्नई। तमिलनाडु की सत्ता पाने के लिए ओ पन्नीरसेल्वम और शशिकला के बीच चल रही कब्जे की लड़ाई गहरी होती जा रही है। नंबर गेम के लिए शशिकला ने अपने खेमे के 131 विधायकों को नजरबंद कर रखा है। जानकारी के मुताबिक 90 से अधिक विधायकों को महाबलीपुरम में कूवात्तूर के पास एक रिजॉर्ट में भेजा गया है। इसके अलावा करीब 30 विधायकों को कल्पक्कतम में पूंतंडालम बीच रिजॉर्ट में रखा गया है। जानकारी के मुताबिक पूंतंडालम बीच के रिजॉर्ट पर जो विधायक नजरबंद किए गये हैं उनपर सख्त पहरा है।
वो विधायक किसी भी तरह पन्नीरसेल्वम से संपंर्क ना कर सकें इसलिए उन्हें मोबाइल भी इस्तेमाल नहीं करने दिया जा रहा है। इतना ही नहीं इस रिजॉर्ट को किले में तब्दील कर दिया गया है ताकि विधायक न तो मीडिया से संपर्क कर पाएं और न पन्नीरसेल्वम से। सूत्रों ने बताया कि विधायकों को मोबाइल फोन के इस्तेमाल की इजाजत नहीं है और उनके कमरों के टीवी सेट भी डिस्कनेक्ट कर दिए गए हैं। हालांकि दर्जनों विधायकों ने इसपर अपनी आपत्ति जताई है और लंच करने से इनकार कर दिया है। पढ़ें- तमिलनाडु का दंगल जीत गईं तो भी सीएम नहीं बन पाएंगी शशिकला, जानिए क्यों?
गार्ड को हटाकर गेट पर तैनात हैं शशिकला के समर्थक
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक शशिकला समर्थकों ने रिसॉर्ट के गेट पर तैनात सुरक्षा गार्डों को हटाकर खुद उनकी जगह ले ली है और किसी को अंदर या बाहर जाने नहीं दे रहे। वहीं रिसॉर्ट के सुरक्षा गार्डों को अंदर विधायकों की सुरक्षा में लगाया गया है। शशिकला समर्थक पत्रकारों को होटल से 2 किलोमीटर की दूरी पर ही रोक दे रहे हैं। इसे भी पढ़ें- अम्मा की आत्मा ने पन्नीरसेल्वम से की बात! जानिए क्या कहा?
विधायकों को बंधक बनाए जाने पर कोर्ट ने मांग जवाब
शशिकला गुट की मुसीबत बढ़ गई है। मद्रास हाईकोर्ट ने विधायकों को बंधक बनाए जाने के दावों पर पुलिस से जवाब मांगा है। चेन्नई हाई कोर्ट ने पुलिस को रेजॉर्ट में बंद किए गए विधायकों पर ऐफिडेविट फाइल करने को कहा। जिसके बाद पुलिस ने विधायकों को बंधक बनाए जाने को लेकर वी शशिकला से जवाब मांगा है। AIADMK का कहना हे कि रिजॉर्ट में रह रहे सभी विधायकों ने अपनी मर्जी से फोन ऑफ कर रखा है। विधायकों का कहना था कि उन्हें फोन पर धमकी भरे कॉल आ रहे थे, जिससे बचने के लिए उन्होंने अपना फोन स्वीच ऑफ कर रखा है।