'अर्जुन के तीरों में परमाणु शक्ति' बयान पर फिर बोले पश्चिम बंगाल के गवर्नर धनखड़- अपनी संस्कृति पर विश्वास करता हूं
नई दिल्ली। अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ एक बार फिर सुर्खियों में हैं। मंगलवार को उन्होंने दावा किया कि रामायण के समयकाल में भी 'पुष्पक विमान' था और महाभारत के अर्जुन के तीरों में परमाणु शक्ति थी। एक कार्यक्रम के दौरान किए गए दावे को लेकर राज्यपाल धनखड़ को सोशल मीडिया पर ट्रोल होना पड़ा और वरोधियों ने भी उन्हें आड़े हाथ लिया। खुद पर निशाना साधे जाने के बाद राज्यपाल ने अब विरोधियों पर पलटवार किया है।
बुधवार को उन्होंने अपने दावे पर कायम रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि मुझे अपने भाषण पर विश्वास है और मैं विज्ञान की अपनी पृष्ठभूमि में विश्वास करता हूं। यह कहना बहुत आसान है कि अर्जुन के बाणों में परमाणु शक्ति होना अवैज्ञानिक है। लेकिन मैं अपने इतिहास, अपनी संस्कृति और विज्ञान की अपनी पृष्ठभूमि पर विश्वास करता हूं। कुछ लोग राम को सिर्फ एक पौराणिक व्यक्ति के रूप में ग्रहण कर सकते हैं लेकिन मैं नहीं। मैं आज भी अपने उस दावे पर कायम हूं।
गौरतलब है कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ मंगलवार को कहा था कि विमान हमाने पास आस से नहीं बल्कि रामायण काल से ही था। संजय ने महाभारत का पूरा युद्द धृतराष्ट्र को सुनाया, लेकिन टीवी देखकर नहीं। राज्यपाल ने आगे कहा कि महाकाव्य महाभारत में यह साफ-साफ लिखा है कि संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर दृष्टिबाधित नरेश धृतराष्ट्र को युद्ध का पुरा आखों देखा हाल सुनाया। महाभारत काल में अर्जुर के तीरों में परमाणु शक्ति होती थी। उन्होंने कहा कि विमान का अविष्कार 1910 में किया गया लेकिन हमरे ग्रंथों पर नजर डालें तो रामायण के समय से ही हमारे पास उड़न खटोला था। राज्यपाल के ऐसे बयान के बाद देश के वैज्ञानिक उनसे नाराज हो गए और कहा कि राज्यपाल को ऐसे बयान नहीं दोने चाहिए।