भाजपा नेता ने दिलीप घोष को बताया CM उम्मीदवार, कैलाश विजयवर्गीय ने बीच बैठक में चुप कराया!
West Bengal Elections: पश्चिम बंगाल में इस साल विधानसभा चुनाव होना है, जिसके चलते प्रदेश में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। इस बार के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी अहम दल के रूप में सामने आ सकती है। जिस तरह से पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया उसके बाद पार्टी को उम्मीद है कि वह सत्ता में पहली बार अपनी जगह बना सकती है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा इसको लेकर पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है लेकिन बंगाल युवा मोर्चा के अध्यक्ष सौमित्र खान ने दावा किया है कि अगर भाजपा पश्चिम बंगाल में जीतती है तो दिलीप घोष प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे।
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पार्टी
ने
लगाई
फटकार
जिस
तरह
से
सौमित्र
खान
के
दिलीप
घोष
को
लेकर
बयान
दिया
है
उसकी
वजह
से
उन्हें
पार्टी
की
ओर
फटकार
लगाई
गई
है।
सूत्रों
के
अनुसार
सौमित्रखा
को
हाल
ही
में
पश्चिम
बंगाल
के
इचार्ज
कैलाश
विजयवर्गीय
ने
कोलकाता
की
एक
अहम
बैठक
के
दौरान
दिलीप
घोष
की
मौजूदगी
में
बोलने
से
रोक
दिया
था।
विजयवर्गीय
ने
कहा
कि
मुख्यमंत्री
पद
को
लेकर
फैसला
शीर्ष
नेतृत्व
की
अगुवाई
में
संसदीय
बोर्ड
की
बैठक
में
होता
है।
सौमित्र
खान
को
पार्टी
की
ओर
से
स्पष्ट
संदेश
दिया
गया
है
कि
वह
संगठन
से
जुड़े
फैसलों
को
लेकर
किसी
भी
तरह
की
बयानबाजी
नहीं
करें।
क्या
कहा
था
सौमित्र
खान
ने
बता
दें
कि
सौमित्र
खान
ने
कहा
था
कि
दिलीप
घोष
वास्तविक
नेता
हैं,
उन्होंने
शादी
नहीं
की
और
ना
ही
उनका
परिवार
है।
वह
संघ
के
लिए
युवावस्था
से
ही
काम
कर
रहे
हैं,
जब
उन्हें
पश्चिम
बंगाल
की
जिम्मेदारीदी
गई
तो
भाजपा
प्रदेश
में
कही
भी
नहीं
थी।
दिलीप
घोष
दार्जिलिंग
से
लेकर
जंगलमहल
तक
चुनाव
लड़
चुके
हैं।
कई
लोग
उनका
अनुसरण
करते
हैं,
एक
दिन
दिलीप
घोष
प्रदेश
की
सत्ता
संभालेंगे,
वह
हमारे
मुख्यमंत्री
होंगे।
दिलीप
घोष
पर
सौमित्र
के
इस
बयान
के
बाद
पार्टी
के
भीतर
इस
बात
को
लेकर
चर्चा
शुरू
हो
गई
और
मतभेद
सामने
आने
लगे,
यहां
तक
कि
टीएमसी
ने
भी
मसले
पर
टिप्पणी
की
थी।
अमित
शाह
की
दो
टूक
बता
दें
कि
हाल
ही
में
पश्चिम
बंगाल
के
दौरे
पर
एक
रैली
को
संबोधित
करते
हुए
गृह
मंत्री
अमित
शाह
ने
कहा
था
कि
मैं
बंगाल
के
लोगों
को
कहना
चाहता
हूं
कि
उन्हें
भ्रमित
करने
की
कोशिश
की
जा
रही
है,
ममता
दीदी
आपको
हराने
के
लिए
किसी
को
दिल्ली
से
यहां
आने
की
जरूरत
नहीं
है,
आपके
खिलाफ
इसी
मिट्टी
का
बेटा
खड़ा
होगा।
बंगाल
की
धरती
का
बेटा
आपके
खिलाफ
लड़ेगा
और
हम
बंगाल
को
उसी
की
जमीन
से
मुख्यमंत्री
देंगे।
बंगाल
का
ही
व्यक्ति
आपके
खिलाफ
लड़ेगा।