घर-वापसी मुद्दे पर अमेरिकी रिपोर्ट में मोदी सरकार की आलोचना, इंडिया ने बताया सीमित सोच
नई दिल्ली। पिछले दिनों देश में हुई घर-वापसी कार्यक्रम की वजह से मोदी सरकार की जबरदस्त आलोचना हुई थी लेकिन अब इस मुद्दे पर अमेरिकी रिपोर्ट में भी भारत की खिंचाई की गई है। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि देश में 2014 के आम चुनाव और अल्पसंख्यकों के बीच एक संबंध था जिसकी भारत मे आलोचना की है।
रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि 2014 के आम चुनाव के बाद से ही भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं द्वारा अपमानजनक टिप्पणियां की जा रही हैं। इसके साथ ही आरएसएस और वीएचपी जैसे हिंदू राष्ट्रवादी समूहों द्वारा अल्पसंख्यकों पर हिंसक हमले और उनका जबरन धर्मांतरण कराया जा रहा है।
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Congratulations
to
@USCIRF
on
release
of
their
Annual
Report.
#USCIRF2015
pic.twitter.com/RmnYPRlSNB
—
David
Saperstein
(@AmbSaperstein)
April
30,
2015
जिस पर भारत सरकार की ओर से रिपोर्ट की आलोचना की गई है, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, "यूएससीआईआरएफ की रपट ने हमारा ध्यान खींचा, जिसे भारत में धार्मिक स्वतंत्रता पर पारित किया गया था। यह रपट भारत, भारतीय संविधान और भारतीय समाज की सीमित समझ पर आधारित है। हम इस रपट पर कोई संज्ञान नहीं लेते।" अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (यूएससीआईआरएफ) ने अपनी 2015 की वार्षिक रपट 30 अप्रैल को जारी की।