NSG में भारत की सदस्यता का जोरदार समर्थन करेगा अमेरिका
वियनताने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप (NSG) में भारत की सदस्यता के दावे का अमेरिका जोरदार समर्थन करेगा। लाओस की राजधानी वियनताने में चल रहे आसियान सम्मेलन के दौरान दोनों राजनेताओं की मुलाकात हुई। इसके बाद सवाल यह उठ रहे हैं कि एनएसजी की राह में भारत के लिए रोड़ा बना चीन किसी प्रकार से अमेरिका के दबाव में आएगा?
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आसियान सम्मेलन के दौरान मिले मोदी-ओबामा
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से हुई मुलाकात के बारे में ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि भारत-अमेरिका संबंधों पर देर तक चर्चा हुई। दोनों राजनेताओं ने एनएसजी में भारत की मेंबरशिप, जलवायु परिवर्तन और सामरिक संबंधों पर बातें की।
एनएसजी पर भारत को अमेरिका का जोरदार समर्थन
मोदी और ओबामा की मीटिंग के बारे में जानकारी देते हुए ह्वाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ने भारत के साथ संबंध को और मजबूत बनाने पर जोर दिया और साथ ही यह भी कहा कि एनएसजी में भारत को एंट्री दिलाने के लिए अमेरिका उसके दावे का जोरदार समर्थन करेगा।
एनएसजी में अमेरिका बन सकता है खेवनहार
न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप यानि एनएसजी में कुल 48 देश हैं। इस ग्रुप में भारत को शामिल करने की कोशिश को चीन नाकाम करता रहा है। मगर भारत को इस ग्रुप में एंट्री दिलाने में अमेरिका बड़ी भूमिका निभा सकता है। अमेरिका भारत को आश्वस्त करता रहा है कि एनएसजी की मेंबरशिप के लिए वह हर संभव कोशिश करेगा।
ओबामा ने की मोदी की तारीफ
इस मुलाकात में राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पीएम मोदी की लीडरशिप की तारीफ की। उन्होंने भारत में हो रहे आर्थिक सुधार, जलवायु परिवर्तन के खतरों पर मोदी के स्टैंड, वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर सहयोग करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।
ताजमहल न देखने पर जताया अफसोस
राष्ट्रपति ओबामा का कार्यकाल अगले साल जनवरी में खत्म होने वाला है। हो सकता है कि आसियान में मोदी और ओबामा की यह आखिरी मुलाकात हो। बातचीत में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति ओबामा को कार्यकाल खत्म होने के बाद भारत आने का न्योता दिया। इसका स्वागत करते हुए ओबामा ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा कि वह पिछली बार मिशेल के साथ ताजमहल नहीं देख पाए थे।
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