पीएम मोदी के गुरु के मंदिर में नहीं गए राहुल गांधी, 200 मीटर की दूरी से निकल गए
अहमदाबाद। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर जोरदार चुनाव प्रचार किया। इस दौरान वो बोटादा के गोपीनाथ मंदिर गए और करीब आधे घंटे तक यहां रहे। गौर करने वाली बात ये रही कि इसी मंदिर से महज 200 मीटर दूर नरेंद्र मोदी के गुरु का स्वामीनारायण मंदिर भी है। राहुल गांधी वहां नहीं गए। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वामीनाराण मंदिर में आते रहते हैं। अंतिम बार 15 अगस्त को मोदी यहां आए थे। यहां उन्होंने अपने ब्रह्मलीन गुरु प्रमुख स्वामी को श्रद्धांजलि दी थी। यह मंदिर गुजरात के पाटीदार समुदाय के लिए आस्था का बड़ा केंद्र है।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी अपने चुनावी दौरों में 23 मंदिरों में जा चुके हैं। गुरुवार को वो बोटाद के गोपीनाथ देवमंदिर ट्रस्ट के स्वामीनारायण मंदिर गए। मंदिर मैनेजमेंट के मेंबर एसपी स्वामी ने राहुल को पगड़ी और हार पहनाकर स्वागत किया। राहुल ने यहां प्रसाद लिया और साधु-संतों से बातचीत की। वो करीब आधे घंटे यहां रहे। इसके बाद वो एक रैली के लिए रवाना हो गए। राहुल गांधी ने दो दिन के गुजरात दौरे की शुरुआत बुधवार को सोमनाथ मंदिर से की थी। दावा किया जा रहा है कि मंदिर में राहुल गांधी का नाम बतौर गैर-हिंदू दर्ज हुआ था।
अहमद पटेल भी राहुल के साथ थे। दोनों ने ही रजिस्टर पर दस्तखत नहीं किए। मामला बढ़ा तो कांग्रेस के स्पोक्सपर्सन रणदीप सुरजेवाला ने कहा- राहुल जी ने विजिटर्स बुक में एंट्री की थी। राहुल जी सिर्फ एक हिंदू ही नहीं हैं, वो जनेऊधारी भी हैं। बीजेपी के स्पोक्सपर्सन संबित पात्रा ने कहा था- कांग्रेस और राहुल गांधी के लिए धर्म सुविधा का विषय है, आस्था का नहीं। राहुल गांधी को बताना चाहिए कि वो आखिर हैं कौन?