एनकाउंटर में मारे गये या जेल में बंद गुर्गों की फैमली को पेंशन देता है दाऊद इब्राहिम
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। मोस्ट वांटेड अपराधी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गे उसके एक इशारे पर जान दे देते हैं। ऐसा इसलिए नहीं कि दाऊद का खौफ उनके अंदर होता है बल्कि इसलिए भी क्योंकि उन्हें यह पता होता है कि उनकी मौत के बाद उनके परिवार को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। जी हां दाऊद अपने गुर्गों के बच्चों का कॉलेज और स्कूलों में एडमिशन कराने और पारिवारिक विवादों को सुलाझाने के साथ ही साथ परिवार वालों को पेंशन भी देता है।
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अपनी इस मुराद को पूरा करने के लिए दाऊद को भारत में मरना होगा
इस साल के प्रारंभ में फोन पर इस तरह की बातचीत को इंटरसेप्ट किया गया था जिसमें दाऊद की एक सहयोगी महिला मुंबई में एक संपर्क के बारे में पूछ रही थी, ताकि उसके गैंग के एक गुर्गे की बेटी को समय पर रुपए पहुंचाए जा सके क्योंकि उसका पिता जेल में बंद था। अप्रैल में एक अन्य बातचीत में पता चला कि एक बुजुर्ग महिला छोटा शकील से कह रही थी कि उसको इस बार महीने का पैसा नहीं मिला है। इस पर उसने मुंबई में अपने एक सहयोगी से मिलने को कहा।
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छोटा शकील खुद संभालता है यह नेटवर्क
जानकारी के मुताबिक दाऊद इब्राहिम का राइट हैंड कहे जाने वाला छोटा शकील गुर्गों के पारिवारिक मामलों को निपटाने में खुद शामिल रहता है। अप्रैल में इंटरसेप्ट किए गये एक फोन कॉल में शकील को अपने एक सहयोगी से कहते हुए सुना गया कि वह कल्याण जेल में बंद एक गुर्गे के परिवार को 10 हजार रुपए महीने पेंशन भेजना शुरु कर दे।