चारा घोटाले में बरी जगन्नाथ मिश्रा बोले- अंत में न्याय ही होता है
पटना। चारा घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ सह आरोपी रहे जगन्नाथ मिश्रा को बरी कर दिया गया है। रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने आज फैसला सुनाया, जिसमें लालू को दोषी करार दिया गया है। मामले में बरी होने के बाद मिश्रा ने कहा कि यह सच्चाई और न्यायपालिका की जीत है। हमें इंतजार करना पड़ता है, बहुत नुकसान पड़ता है, लेकिन अंत में न्याय ही होता है। मैं लालू यादव का राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहा हूं। मैं उस व्यक्ति के साथ षड्यंत्र में कैसे रह सकता हूं जिसने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया?
बता दें कि देश के बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में रांची की विशेष सीबीआई कोर्ट ने लालू यादव को दोषी करार दिया है। हालांकि कोर्ट ने घोटाले में लालू के साथ सह-आरोपी जगन्नाथ मिश्र, विद्या सागर, धुव्र गुप्त समेत 7 आरोपियों को बरी कर दिया। जबकि लालू यादव समेत 15 अन्य आरोपियों को दोषी करार दिया गया है।
कोर्ट अब इस मामले में 3 जनवरी को सजा का ऐलान करेगी।89 लाख रुपये के इस घोटाले में दोषी करार दिए जाने के बाद लालू यादव को कोर्ट से ही 3 जनवरी तक के लिए बिरसा मुंडा जेल भेज दिया गया है। कोर्ट में मौजूद लोगों के मुताबिक जब बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र, विद्या सागर और धुव्र गुप्त समेत अन्य लोगों को बरी किया गया।
लालू यादव को आज चारा घोटाले के जिस केस में दोषी करार दिया गया वो 1996 में बिहार के देवघर कोषागार से अवैध तरीके से पैसे निकालने से जुड़ा है। आरोप था कि लालू यादव ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए देवघर कोषाघर से 89 लाख रुपये निकाले गए थे। इस मामले में लालू के साथ 22 लोगों को आरोपी बनाया गया था जिनमें से आज लालू समेत 15 लोगों को दोषी करार दिया।