दोनों भाइयों के बारे में बोला तो चीर देंगे- तेजप्रताप यादव ने धमकाया
नई दिल्ली- लालू यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने बड़ा ही भड़काऊ और विवादित बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कुछ लोग उनके और उनके छोटे भाई एवं बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं। तेजप्रताप यादव ने खुलेआम धमकी दी है कि अगर किसी ने ऐसा करने की कोशिश की तो वो उसे चीर देंगे।
जो बीच में आएगा उसपर 'सुदर्शन चक्र' चलेगा
शुक्रवार को तेजप्रताप यादव आरजेडी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में पार्टी दफ्तर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि तेजस्वी यादव काम में व्यस्तता के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। इस मौके पर उन्होंने लोगों को सरेआम धमकाया कि अगर किसी ने दोनों भाइयों के बीच दरार जैसी बातों को लेकर कुछ कहा तो उसकी खैर नहीं रहेगी और वो सुदर्शन चक्र (तेजप्रताप यादव खुद को कृष्ण और तेजस्वी यादव को अर्जुन कहते हैं) चला देंगे। तेजप्रताप ने कहा, "कृष्णा और अर्जुन की जोड़ी को लेकर लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं कि अब दाल नहीं गल रहा है भाई.... अलग हो गए हैं...अलग हो गए हैं.......धर के चीर देंगे। जो तेज और तेजस्वी और जो कृष्णा और अर्जुन के बीच में आएगा उसके ऊपर सुदर्शन चक्र चलेगा श्रीकृष्ण का।"
लालूजी को जेल से निकालना है- तेजप्रताप
तेजप्रताप का आरोप है कि कुछ लोग उन दोनों भाइयों को लड़ाने में लगे रहते हैं। उनका तो यहां तक कहना है कि विधानसभा में भी इसको लेकर तेजस्वी के खिलाफ अनाप-शनाप बोला जाता है। उन्होंने कहा कि विरोधी कहते हैं कि तेजस्वी यादव भगोड़ा है, लेकिन हम तेजस्वी के साथ खड़े हैं, उनका मजबूती से साथ देना है। इस दौरान उन्होंने हजारों करोड़ के चारा घोटाले में जेल की सजा काट रहे अपने पिता लालू यादव को जेल से निकालने का भी संकल्प जताया। उन्होंने पार्टी के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि लालूजी को जेल से निकालने के लिए खून का एक-एक कतरा बहाना है। तेजप्रताप ने 2020 में विरोधियों को पटखकनी देने का भी आह्वान किया।
चुनावों के दौरान तेजस्वी-तेजप्रताप में बढ़ी थी तल्खी
2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान लालू के दोनों बेटों में टिकट को लेकर ठन गई थी। तेजप्रताप अपने ससुर को टिकट दिए जाने का विरोध कर रहे थे और दो जगह से अपने प्रत्याशी के लिए टिकट मांग रहे थे। लेकिन, तेजस्वी ने उनकी नहीं सुनी। हालांकि, बाद में दोनों चुनावी मंच पर एक साथ दिखे भी थे। आरा की चुनावी सभा में तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव ने मंच साझा किया था। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव एनडीए के खिलाफ महागठबंधन को लीड कर रहे थे। लेकिन, एनडीए ने बिहार की सभी 40 में से 39 सीटों पर कब्जा कर लिया और आरजेडी खाता भी नहीं खोल पाई।
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