'उद्धव ठाकरे बीजेपी के साथ गठबंधन के लिए तैयार थे लेकिन...', टीम शिंदे के विधायक का दावा
'उद्धव ठाकरे बीजेपी के साथ गठबंधन के लिए तैयार थे लेकिन...': टीम शिंदे के विधायक का दावा
मुंबई, 06 अगस्त: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के सरकार को गिराए जाने के एक महीने से अधिक समय के बाद, पक्ष बदलने के दावे और प्रतिदावे को लेकर चर्चा जारी है। महाराष्ट्र सरकार फिलहाल एक नए मंत्रिमंडल का इंतजार कर रही है। अब टीम एकनाथ शिंदे के एक विधायक ने कहा है कि उद्धव ठाकरे भाजपा के साथ संबंधों पर फिर से विचार करने के लिए तैयार थे। लेकिन उन्होंने एक शर्त रखी थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक विधायक दीपक केसरकर ने शुक्रवार को कहा, ''जब मैं असम (21 जून के विद्रोह के बाद गुवाहाटी) के लिए रवाना हुआ, तो मैंने इन वार्ताओं में शामिल लोगों में से एक (ठाकरे और भाजपा के बीच) से संपर्क किया था। मैंने उन्हें उद्धव साहब से मिलने भेजा। उनसे कहा गया था कि जो हुआ उसे भूल जाओ और साथ आने का समय आ गया है। उस समय भी, उद्धव साहब ने कहा था, 'आप (भाजपा) शिंदे को छोड़ देते हैं और हम गठबंधन के लिए तैयार हैं।''
केसरकर ने हालांकि कहा कि यह प्रस्ताव विधायकों को मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा, "यह भाजपा या विधायकों को स्वीकार्य नहीं था। क्योंकि यह अनुचित होता। बाकी इतिहास है।" एकनाथ शिंदे के विद्रोह में शामिल विधायक गुजरात के सूरत से असम के गुवाहाटी और फिर गोवा गए थे। धीरे-धीरे उनकी संख्या बढ़ी और फिर उद्धव ठाकरे सरकार के पतन हो गया।
दीपक केसरकर ने कहा कि कथित तौर पर उद्धव ठाकरे से उन्होंने एकनाथ शिंदे को अपना आशीर्वाद देने की भी गुजारिश की थी। उन्होंने कहा, क्योंकि मैं मानता हूं कि भाजपा और शिवसेना समान विचारधाराएं साझा करते हैं"।
बता दें कि यह टिप्पणी तब आई है जब महाराष्ट्र में विपक्ष कैबिनेट विस्तार में देरी को लेकर राज्य में एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार की आलोचना कर रहा है। हालांकि, शिंदे ने कहा है कि वह मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द ही किया जाएगा।