मॉनसून सत्र: एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है TDP, भाजपा विरोधी दलों से मांगा समर्थन
नई दिल्ली: बुधवार से शुरू हो रहा मॉनसून सत्र एनडीए सरकार के लिए चुनौतियों भरा हो सकता है। विपक्षी दल लामबंद होकर सरकार के खिलाफ मोर्चा संभालने की तैयारी कर रहे हैं वहीं, सरकार की कोशिश होगी कि अधिक से अधिक बिल पास कराए जाएं। जबकि एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भी गोलबंदी शुरू होती दिखाई दे रही है और एनडीए से अलग हो चुके टीडीपी ने सरकार को सदन में चुनौती देने के लिए अन्य दलों से समर्थन देने की अपील भी की है।
टीडीपी कर रही भाजपा सरकार के खिलाफ गोलबंदी
टीडीपी ने तेलंगाना राष्ट्र समिति 18 जुलाई से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने में समर्थन की मांग की है। सत्यनाराण चौधरी के नेतृत्व में सांसदों के एक प्रतिनिधि मंडल ने तेलंगाना राष्ट्र समिति के नेताओं से मुलाकात की। टीडीपी ने इस मुलाकात के दौरान अविश्वास प्रस्ताव लाने के मुद्दे पर चर्चा की। अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए जरूरी 50 सदस्यों के समर्थन के लिए टीडीपी ने गैर-कांग्रेस और गैर-भाजपा दलों से संपर्क करने का फैसला किया है।
गैर-भाजपा दलों को एकजुट करने की कोशिश
टीडीपी सांसद ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए उनको टीआरएस की जरूरत पड़ेगी, इसलिए उनसे समर्थन मांगा है। पार्टी ने एआईएडीएमके और डीएमके से बात करने के लिए सी.एम रमेश को जबकि शिवसेना से बात करने के लिए टी नरसिंहम को जिम्मेदारी सौंपी है। इसको लेकर सीएम चंद्रबाबू नायडू का संदेश इन दलों को पहुंचाना है जिसमें उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव लाने में समर्थन की मांग की है।
अविश्वास प्रस्ताव लाकर घेरने की तैयारी
जबकि पार्टी स्थगन प्रस्ताव लाने के लिए भी एकजुट होकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। वहीं, टीआरएस की तरफ से कहा गया है कि अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर समर्थन देने का फैसला पार्टी आलाकमान द्वारा किया जाएगा। हालांकि तेलंगाना राष्ट्र समिति स्थगन प्रस्ताव को लेकर अपना समर्थन देने को तैयार है।