नेताओं से नाराज तमिलनाडु के किसान, कंगायम विधानसभा सीट से भरेंगे 1000 नामांकन
चेन्नई: मोदी सरकार के नए कृषि कानून के खिलाफ किसान संगठनों का दिल्ली के बॉर्डर इलाकों पर करीब 4 महीने से धरना प्रदर्शन जारी है। इन सब के बीच तमिलनाडु में एक हजार किसान आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में कंगायम सीट से अपना नामांकन दाखिल करेंगे। कंगायम सीट तिरुपुर जिले में आती है। किसानों का कहना है कि उन्होंने नामांकन दाखिल करने का फैसला इसलिए लिया है कि परम्बिकुलम-अलियार परियोजना से पानी छोड़ने की उनकी मांग सरकार के बहरे कानों तक पहुंचाई जा सकें।

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल वेल्लाकोइल ब्रांच कैनाल वॉटर प्रोटेक्शन कमेटी से जुड़े किसानों ने पांच दिन की भूख हड़ताल पर बैठकर मांग की थी कि परियोजना से पानी छोड़ा जाए। मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी के साथ बैठक के बाद भूख हड़ताल को खत्म कर दिया गया। हालांकि बैठक के बावजूद उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया।
इतने दिनों बाद भी कोई समाधान नहीं मिला इसलिए किसानों ने कंगायम निर्वाचन क्षेत्र से 1,000 नामांकन दाखिल करने का फैसला किया। वहीं एक समिति सदस्य ने मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल भी कर दिया है। बुधवार को 10 से अधिक नामांकन प्राप्त हुए है और 1,000 अंक छूने के लिए गुरुवार और शुक्रवार को अधिक किसान अपना पर्चा दाखिल करेंगे।
किसानों ने इस स्थिति को बिल्कुल उसी तरह से खड़ा किया है, जैसे 25 साल पहले इरोड जिले के मोदकुरिची में किसानों ने किया था। साल 1996 में मोदकुरिची विधानसभा क्षेत्र से 1016 किसानों ने अपना नामांकन दाखिल किया। इसके साथ इस सीट पर दाखिल किए गए कुल नामांकन 1,033 हो गए, जिससे बाद एक महीने के लिए चुनाव स्थगित करना पड़ा था।