तबलीगी जमात के लोग LNJP अस्पताल के डॉक्टरों को दे रहे धमकी, नहीं करने दे रहे टेस्ट
नई दिल्ली। तबलीगी जमात में शामिल हुए लोग लगातार स्वास्थ्य कर्मियों और प्रशासन के लिए मुश्किल का सबब बनते जा रहे हैं। दिल्ली के लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल के डायरेक्टर किशोर सिंह ने कहा कि तबलीगी जमात के लिए डॉक्टरों को धमकी दे रहे हैं और जरूरी काम में बाधा डाल रहे हैं। ये लोग करोना वायरस का टेस्ट करने की प्रक्रिया में भी बाधा डाल रहे हैं। ये तमाम लोग टेस्ट नहीं करने दे रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि उन्हें भर्ती करने की जरूरत नहीं है। जिसकी वजह से हमारे स्टाफ कि सुरक्षा खतरे में हैं। लेकिन अब पुलिस को यहां तैनात कर दिया गया है। अस्पताल केक तीन ब्लॉक में पुलिस को तैनात किया गया है, जहां इन तबलीगी जमात के लोगों को रखा गया है।
पूरे देश में बढ़ा संक्रमण का खतरा
अस्पताल के डायरेक्टर ने बताया कि हमारे यहां कोविड-19 के 216 मरीज भर्ती हैं, जिसमे से 188 लोग तबलीगी जमात के हैं। हमे 24 लोगों की रिपोर्ट मिल चुकी है, जिसमे 23 लोगों के टेस्ट पॉजिटिव आए हैं, यह काफी चिंताजनक है। बता दें कि तबलीगी जमात के लोगों की लापरवाही की वजह से कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार, जम्मू कश्मीर में जमात के तमाम लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है जो दिल्ली के मरकज में शामिल हुए थे।
एलएनजेपी में करीब 185 लोग
निजामुद्दीन मरकज से जमात के सभी लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। इन्हें यहां से निकालकर दिल्ली के विभिन्न अस्पताल, आइसोलेशन और क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। दिल्ली के एलएनजेपी में करीब 185 लोगों को रखा गया है। गुरुवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि देश में बीते 12 घंटे के भीतर कोरोना वायरस के 131 नए मामले सामने आए हैं। भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 1965 हो गई है। इसमें 1764 मामलों में अभी संक्रमण है। 151 लोग ठीक/ डिस्चार्ज/ विस्थापित हुए हैं। जबकि मरने वालों का आंकड़ा 50 हो गया है।
13 से 15 मार्च तक आयोजित हुए थे कार्यक्रम
मालूम हो कि, निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम 13 से 15 मार्च तक आयोजित हुए थे। इसमें भाग लेने के लिए देश के विभिन्न प्रांतों के मुसलमान निजामुद्दीन के मरकज में ठहरे थे। वहां जमा हुए 1500 से 1700 लोगों में से काफी लोगों को कोरोना पाॅजिटिव पाया गया है। 30 मार्च को वहां पर एक व्यक्ति की माैत हुई थी, जिसके बाद यह मामला सामने आया। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, यहां जुटे लोगों में इंडोनेशिया, श्रीलंका, म्यांमार, किर्गिस्तान, मलेशिया, नेपाल, बांग्लादेश, थाईलैंड, फिजी, इंग्लैंड, अफगानिस्तान, अल्जीरिया, जिबूती, सिंगापुर, फ्रांस और कुवैत के भी 281 लोग थे।