Subramanian Swamy ने क्यों कहा- 'No कहा तो 2024 में नरेंद्र मोदी की हार तय'
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में ना कहा तो 2024 में नरेंद्र मोदी की हार तय है। Subramanian Swamy if no then Modi‘s defeat in 2024 Ram Setu as Ancient Heritage Monument case
नई दिल्ली, 22 अगस्त : Subramanian Swamy ने राम सेतु मामले में कहा है कि अगर केंद्र सरकर सुप्रीम कोर्ट में ना कहती है तो 2014 में नरेंद्र मोदी की हार तय है। स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का जिक्र कर कहा कि देश की सबसे बड़ी अदालत ने सरकार से हां या ना में जवाब मांगा है। मामला अंतिम पड़ाव पर है। अगर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में ना कहती है तो 2024 में मोदी की हार तय है।
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क्या है मामला
सोमवार को स्वामी ने ट्वीट कर लिखा कि सुप्रीम कोर्ट ने Ram Setu as Ancient Heritage Monument केस में सुनवाई लगभग पूरी कर ली है। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने सरकार को हां ना में हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है।
No कहा तो 2024 में नरेंद्र मोदी की हार तय !
बकौल स्वामी, अगर सरकार अदातल में हां कहती है तो उनकी जीत होगी। यदि केंद्र सरकार नहीं कहती है, तो 2024 में मोदी की हार होगी। सत्य सभरवाल का आभार जताते हुए स्वामी ने लिखा कि सभरवाल हमेशा की तरह उनके लिए एक सुपर रिसर्चर और याचिकाकर्ता के रूप में साथ रहे। दिलचस्प है कि जून 2021 में स्वामी ने पीएम मोदी से पूछा था कि 2024 में पीएम कैंडिडेट कौन होगा, ये उन्हें बताना चाहिए।
Subramanian Swamy ने राम सेतु पर क्या कहा
राम सेतु पर एमिनेंट वोक (Eminent Woke) नाम के यूजर ने स्वामी को टैग कर लिखा, राम सेतु को नेशनल मॉन्यूमेंट घोषित करने से मदद नहीं मिलेगी। इसमें Thorium Reserves हैं। बता दें कि वैज्ञानिकों ने Thorium को प्राकृतिक रूप से पैदा होने वाला रेडियोएक्टिव मेटल माना है। आम तौर पर थॉरियम मिट्टी, चट्टान, पानी, पौधों और जानवरों में पाया जाता है।
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राम सेतु में Thorium Reserves !
राम सेतु पर स्वामी ने Eminent Woke को जवाब दिया और लिखा, Thorium Reserves पर दावा बकवास है। उन्होंने कहा, "न तो आप जानते हैं कि थॉरियम कहां है और न ही रामसेतु क्या करता है ?" बकौल स्वामी, थॉरियम पाल्क जलडमरूमध्य (Palk Strait) के पानी में है। बता दें कि Palk Strait तमिलनाडु और श्रीलंका के जाफना के बीच में है।
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अगर राम सेतु काट दिया जाए...
स्वामी ने कहा जब Palk Strait की लहरें राम सेतु से टकराती हैं, तो समुद्री जल में मौजूद थॉरियम भारतीय तट की ओर खिसक जाता है। यदि राम सेतु काट दिया जाए, तो थॉरियम हिंद महासागर और सेशेल्स और डिएगो गार्सिया में चला जाएगा।
राम सेतु पर Subramanian Swamy की दलील
बता दें कि पौराणिक आख्यानों के मुताबिक सतयुग में भगवान राम ने आज तमिलनाडु में स्थित रामेश्वरम से लंका जाने के लिए समुद्र पर सेतु निर्माण किया था। मीडिया रिपोर्ट्स में देखा गया है कि नासा ने भी समुद्र में राम सेतु के अंश बरामद होने की बात कही है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। स्वामी की दलील है कि राम सेतु को प्राचीन विरासत स्मारक (Ram Setu as Ancient Heritage Monument) घोषित कर इसका संरक्षण किया जाए। भाजपा का कहना है कि पूर्ववर्ती UPA सरकार के दौरान सुप्रीम कोर्ट के समक्ष कहा गया कि राम काल्पनिक किरदार हैं, जो गलत है।
राम और रावण के बीच राम सेतु !
रामायण की कथा के मुताबिक राम ने राम सेतु का निर्माण करने के बाद लंका पर विजय पाई। लंकापति रावण ने माता सीता का हरण किया था। इसके बाद अयोध्या के राजकुमार राम ने सुग्रीव के अगुवाई वाली वानर सेना के साथ लंका पर आक्रमण किया। आततायी रावण के अंत के साथ भगवान राम की विजय हुई।