सेना के स्कूल का स्टूडेंट भी हुआ ब्लू व्हेल का शिकार, बना रहा था सुसाइड का VIDEO
दुनियाभर में बच्चों की जान ले रहे सुसाइड गेम ब्लू व्हेल का आतंक पंजाब तक पहुंच गया है। मंगलवार को पंजाब में ब्लू व्हेल से जुड़ा पहला मामला सामने आया है। पठानकोट आर्मी स्कूल में 11वीं के एक छात्र ने ब्लू व्हेल चैलेंज को पूरा करने के चक्कर पंखे से लटक कर सुसाइड करने की कोशिश की। हालांकि परिवार की सतर्कता के चलते उसकी जान बचा ली गई। इस घटना में सबसे चौकाने वाली घटना ये थी 17 साल ये छात्र खुद की सुसाइड वीडियो बना रहा था। यह घटना पांच दिन पुरानी है। डाक्टरों की पूछताछ में छात्र ने बताया की वह इससे पहले भी गेम का टास्क करने के लिए छत से कूद चुका है। जिसमें उसकी टांग में फेक्चर हो गया था। घर वालों के पूछने पर उसने झूठ बोल दिया था कि उसकी टांग क्रिकेट खेलते हुए टूटी है।
ऐसे हुआ ब्लू व्हेल गेम में फंसने का खुलासा
छात्र ने बाजू में कट मारकर ब्लू व्हेल की आकृति भी बना रखी है, रात-रातभर जागना, छत पर टहलना उसकी दिनचर्या बन गई थी। छात्र के घरवाले को लगता था कि उनका बेटा रात को पढ़ाई कर रहा है। बीमारी का बहाना बनाकर वह 10 दिन से स्कूल भी नहीं जा रहा था। यही नहीं उसने चैलेंज के लिए किताबें भी जला डाली थीं। यह सब हरकतें देख परिवार वाले जब उसे अस्पताल ले गए, तो वहां ब्लू व्हेल गेम में फंसने का खुलासा हुआ।
तीन महीने से खेल रहा था ये खेल
पूछताछ में छात्र ने खुलासा किया कि उसके 10 दोस्त भी इसी गेम से जुड़े हुए हैं। वह 3-4 महीने से ब्लू व्हेल गेम से जुड़ा हुआ था। उसने बताया कि उसके दोस्तों ने इस गेम के टास्क को पूरा करने का चैलेंज दिया था। वे भी इस गेम से जुड़े हैं। वह 3 महीने से सुसाइड गेम खेल रहा था।
ऐसे चुंगल में फंसाते है बच्चों को
ब्लू व्हेल चलाने वाले के संपर्क के बाद गेम के लिए व्हाट्स ऐप, फेसबुक या मैसेंजर का इस्तेमाल करते हैं। इसका एडमिन कोई भी, कहीं भी हो सकता है। हो सकता है कि कोई आस-पास मौजूद व्यक्ति आपको गेम के टास्क दे रहा हो।
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