लॉकडाउन को लेकर मंगलवार को बड़ा ऐलान कर सकते हैं पीएम मोदी, नए नियमों के साथ होगा लागू: सूत्र
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी के बाद 21 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन को आगे बढ़ाए जाने को लेकर चर्चा तेज हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसी संभावनाएं हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर मंगलवार को देश को संबोधित कर सकते हैं, जिसमें लॉकडाउन को लेकर कुछ बड़ा ऐलान हो सकता है। बता दें कि कल यानी 11 अप्रैल को पीएम मोदी देश के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लॉकडाउन पर चर्चा करने वाले हैं।

ओडिशा ने बढ़ाया लॉकडाउन, केंद्र से भी की अपील
मालूम हो कि पीएम मोदी के ऐलान से पहले ही ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य में लॉकडाउन को बढ़ा कर 30 अप्रैल, 2020 तक कर दिया है। सीएम नवीन पटनायक ने केंद्र सरकार से भी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की अपील की है। सूत्रों के मुताबिक ओडिशा के अलावा कई और राज्य हैं जो लॉकडाउन को बढाने के पक्ष में हैं, हालांकि इस पर अंतिम फैसला शनिवार को होने वाली बैठक में लिया जा सकता है।

बदलाव के साथ बढ़ सकता है लॉकडाउन
सूत्रों का कहना है कि कोरोना संकट को देखते हुए देशव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है लेकिन इस बार कई सारे बदलाव भी किए जा सकते हैं। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अंतरराज्यीय प्रतिबंधित रहेगा। स्कूल, कॉलेज और धार्मिक संस्थान भी बंद रहने की संभावना है। सूत्रों ने कहा कि लंबे समय से बंद के बड़े पैमाने पर आर्थिक गिरावट को देखते हुए कुछ क्षेत्रों में विशेष छूट की अनुमति दी जा रही है लेकिन सामाजिक दूरी के पालन के साथ।

देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा असर
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में सबकुछ बंद है जिसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना वायरस के प्रकोप से भारत की आर्थिक सुधार के लिए दृष्टिकोण में तेजी से बदलाव आया है। कोरोना का सबसे बुरा प्रभाव विमानन क्षेत्र पर पड़ा है। सूत्रों के मुताबिक इस बीच अगर लॉकडाउन बढ़ता है तो एयरलाइंस को धीरे-धीरे परिचालन फिर से शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है, लेकिन दो यात्रियों के बीच में एक सीट खाली छोड़नी होगी।

देश में सामाजिक आपातकाल की स्थिति: पीएम मोदी
अधिकारियों का कहना है कि भारत में 600 से अधिक जिलों में से 75 में कोरोना वायरस का प्रकोप अधिक देखा गया है, इससे सरकार को संकट का बेहतर प्रबंधन करने में मदद मिलेगी। बुधवार को सभी दलों के नेताओं के साथ एक वीडियो मीटिंग में पीएम मोदी ने कहा था कि सरकार की प्राथमिकता प्रत्येक जीवन को बचाना है। देश में स्थिति एक 'सामाजिक आपातकाल' की तरह है, इसके लिए कड़े फैसलों की जरूरत है और हमें निरंतर सतर्क रहना चाहिए।

लॉकडाउन से धीमी हुई संक्रमण की दर
बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि COVID-19 के बाद जीवन फिर से नहीं होगा। वीडियो कॉन्फ्रेंस में कथित तौर पर राजनीतिक नेताओं से कहा गया था कि देश में बड़े पैमाने पर व्यवहार, सामाजिक और व्यक्तिगत बदलाव होने की आवश्यकता है। विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव विकास स्वरूप ने कहा कि भले ही पीएम मोदी द्वारा लागू किए गए तीन सप्ताह के लॉकडाउन ने अर्थव्यवस्था और हजारों गरीब श्रमिकों को प्रभावित किया हो लेकिन इससे संक्रमण की दर धीमी हुई है।
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