SII प्रमुख अदार पूनावाला का बयान, भारत के लोगों का जीवन दांव पर लगाकर नहीं किया वैक्सीन का निर्यात
नई दिल्ली, मई 18। भारत में टीकाकरण अभियान को लेकर सियासत अपने चरम पर है। विपक्ष वैक्सीन के निर्यात को लेकर केंद्र पर लगातार निशाना साध रहा है। विपक्ष का आरोप है कि केंद्र सरकार ने भारतीयों के जीवन के दांव पर लगाकर वैक्सीन का निर्यात किया है। इस तरह के आरोपों के बीच देश में कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन करने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रमुख अदार पूनावाला का एक बयान आया है, उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी ने कभी भारतीयों का जीवन दांव पर लगाकर वैक्सीन का निर्यात नहीं किया।
'जब वैक्सीन भेजी तो भारत के बाहर कई देशों में हालात खराब थे'
अदार पूनावाला ने कहा है कि जिस वक्त वैक्सीन का निर्यात किया गया था, उस समय भारत के मुकाबले अन्य देशों के हालात बहुत ज्यादा खराब थे। उन्होंने कहा कि देश के बाहर वैक्सीन उन परिस्थितियों में भेजी गई थी, भारत के बाहर कई देशों में महामारी से हालात खराब थे।
भारत की आबादी को 2-3 महीने में नहीं लगेगा टीका- पूनावाला
भारत में वैक्सीनेशन को लेकर अदार पूनावाला ने कहा कि इतनी बड़ी आबादी को टीका लगाना बहुत बड़ी चुनौती है और ये काम 2-3 महीने में पूरा नहीं किया जा सकता। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एक ट्वीट में बताया है कि भारत की आबादी को देखते हुए सभी का टीकाकरण 2-3 महीने में नहीं हो सकता। उनका कहना है कि टीकाकरण अभियान के दौरान कई तरह की चुनौतियां सामने आती हैं, पूरी दुनिया के लोगों को टीका लगने में करीब 2-3 साल लग जाएंगे।