मांस-मंदिर विवाद पर भड़के सिद्दारमैया, सफाई में बोले- उस दिन मीट नहीं खाया था, BJP लोगों का भटका रही ध्यान
नॉनवेज खाने के बाद मंदिर जाने के मामले में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि जिस दिन हम मंदिर गए थे, उस दिन नॉनवेज नहीं खाये थे।
बेंगलुरू, 23 अगस्त: नॉनवेज खाने के बाद मंदिर जाने के मामले में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि जिस दिन हम मंदिर गए थे, उस दिन नॉनवेज नहीं खाये थे। हाल ही में मांसाहारी खाना खाने के बाद मंदिर जाने से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए भाजपा ने निशाना साधा था। वहीं सिद्दारमैया ने सफाई देते हुए इसे मुद्दा हीन बताया।
'कौन क्या खाता उसका पर्सनल मामला'
बता दें कि सिद्धारमैया ने 18 अगस्त को कोडलीपेट में बसवेश्वर मंदिर गए थे। इसके बाद कथित तौर पर मांसाहारी भोजन करने के बाद विवाद खड़ा हो गया था। वहीं इस पर भड़कते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि क्या मांस खाना एक मुद्दा है? कोई क्या खाता है यह पर्सनल डिसीजन है। मैं मांस और शाकाहारी भोजन दोनों खाता हूं, यह मेरा पर्सनल मामला है। कुछ लोग मांस नहीं खाते, यह उनका पर्सनल मामला है।
'बीजेपी ध्यान भटकाने की कोशिश'
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास कोई काम नहीं है। वह विवाद पैदा कर लोगों का मुख्य मुद्दा से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
'मांस खाना कोई मुद्दा नहीं'
उन्होंने कहा कि मांस खाना तो कोई मुद्दा ही नहीं है। बहुत सारे लोग बिना मांस खाए मंदिर जाते हैं और कई खाकर जाते हैं। कई जगहों पर देवताओं को मांस चढ़ाया जाता है। सच कहूं तो मैंने उस दिन मांस नहीं खाया था।
बीजेपी विधायक ने दी तीखी प्रतिक्रिया
वहीं मांस खाने के विवाद के बीच भाजपा के वरिष्ठ विधायक बसनगौड़ा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि सिद्धारमैया में हिम्मत है तो सूअर का मांस खाकर मस्जिद जा के दिखाएं।
सिद्दारमैया ने दिया ये जवाब
सिद्धारमैया ने जवाब देते हुए कहा कि मैं केवल चिकन और मटन खाता हूं, कोई अन्य मांस (सूअर या बीफ) नहीं खाता। लेकिन मैं इसे खाने वालों का विरोध नहीं करता हूं। क्योंकि यह उनकी खाने की आदत है।
यह भी पढ़ें- कर्नाटक: सिद्दारमैया को फिर से CM बनते देखना चाहते BJP मंत्री, बोले- बयान देने से नहीं डरता किसी का गुलाम नहीं