Shraddha murder case: आफताब का परिवार गायब, अब तक कोई पता नहीं, अज्ञात जगह भागने का शक
Shraddha murder case: आफताब का परिवार गायब, अब तक कोई पता नहीं, अज्ञात जगह भागने का शक
Shraddha murder case: श्रद्धा वाकर हत्याकांड के हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। महाराष्ट्र पालघर के मानिकपुर पुलिस ने कहा है कि श्रद्धा वाकर हत्या मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का परिवार अज्ञात स्थान पर भाग गया है। आफताब अमीन पूनावाला के परिवार का कोई पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस के मुताबिक, आफताब का परिवार पुलिस को बिना बताए किसी अज्ञात जगह पर शिफ्ट हो गया है। पुलिस आफताब की गिरफ्तारी के बाद से उसके परिवार को खोज रही है लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा है। 18 मई 2022 को दिल्ली के महरौली में आफताब ने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या कर दी थी और उसके बाद उसके 35 टुकड़े कर दिल्ली के अलग-अलग जंगलों में फेंक दिया था। आफताब और श्रद्धा लिव-इन-पार्टनर थे। ये अप्रैल में मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हुए थे।
'आफताब का परिवार पुलिस के संपर्क में...'
पुलिस ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, "जब मानिकपुर पुलिस ने आफताब को वसई बुलाने के बाद उसका बयान लिया, तो आफताब का परिवार किसी अज्ञात स्थान पर चला गया। आफताब का परिवार भी मानिकपुर पुलिस के संपर्क में नहीं है।" मामले में श्रद्धा वाकर के परिजनों ने थाना मानिकपुर में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में आफताब को दो बार पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इस पूछताछ के बाद से ही उसका परिवार किसी अज्ञात स्थान पर शिफ्ट हो गया है।
'परिवार को बेटे की हरकतों के बारे में पता था...'
सूत्रों के मुताबिक, ''आफताब ने पहले पूछताछ में कहा था कि वो और श्रद्धा अब साथ नहीं रहते हैं।'' पुलिस सूत्रों ने कहा कि परिवार को पुलिस की जानकारी के बिना किसी अन्य जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है क्योंकि उन्हें पहले से ही शायद अपने बेटे की हरकतों के बारे में पता था। इसलिए वे पुलिस को सूचित किए बिना जल्दबाजी में चले गए।''
'शिफ्टिंग के वक्त आफताब भी गया था अपने घर...'
सूत्रों ने कहा, "आफताब भी शिफ्टिंग के समय अपने घर आ गया था। आफताब ने घर से अपना कुछ सामान एक साथ लिया था। मानिकपुर पुलिस द्वारा जारी किए गए पहले समन के बाद ही परिवार शिफ्ट हुआ है।" 26 अक्टूबर को मानिकपुर पुलिस ने पहली बार आफताब का बयान लिया था। हालांकि यह मौखिक था जिसमें उसने केवल झगड़े के बाद श्रद्धा के जाने की बात कही थी। मामला सामने आने पर पुलिस ने 3 नवंबर को दूसरी बार आफताब को बुलाया था। मामले को लेकर मानिकपुर थाने के पुलिस अधिकारी 8 नवंबर को दिल्ली गए थे।
आफताब ने श्रद्धा के बैंक अकाउंट से ट्रांसफर किए 54 हजार
सूत्रों के मुताबिक, 3 नवंबर को आफताब का लिखित बयान लिया गया था। पुलिस ने इस समन के दौरान कागजी दस्तावेज, बैंक अकाउंट की डिटेल, मोबाइल फोन की लोकेशन आरोपी के सामने पेश की थी, जिसका उसके पास कोई जवाब नहीं था। आफताब के झूठ का पर्दाफाश आफताब के उस ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से हुआ जो उसने श्रद्धा के बैंक अकाउंट से अपने अकाउंट में किया था। उसने पुलिस को बताया कि वह श्रद्धा के मोबाइल फोन का पासवर्ड जानता था, इसी वजह से वह 54 हजार रुपये ट्रांसफर कर सका। पुलिस के मुताबिक, आफताब क्राइम करने के बाद भी भी श्रद्धा के एटीएम और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करता था।