महाराष्ट्र सरकार में विभागों पर घमासान, शिवसेना के मंत्री ने दिया इस्तीफा, पार्टी ने किया खंडन
मुंबई। महाराष्ट्र की शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की महाविकास अगाड़ी गठबंधन सरकार में खींचतान सामने आने लगी है। शनिवार को औरंगाबाद से शिवसेना के विधायक और राज्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अब्दुल सत्तार ने मंत्रिपद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि उन्होंने अभी तक अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को नहीं भेजा है। वहीं मीडिया में सत्तार के इस्तीफे की चल रही खबरों का शिवसेना ने खंडन किया है।
शिवसेना और उनके परिवार ने इस्तीफे की बात से इनकार किया
विधानसभा चुनावों से पहले शिवसेना में शामिल होने वाले सत्तार कथित तौर पर राज्य मंत्री (एमओएस) मंत्रालय दिए जाने के बाद नाखुश हैं क्योंकि उन्हें मंत्रिमंडल में जगह चाहिए थी। हालांकि शिवसेना और उनके परिवार ने इस्तीफे की बात से इनकार किया है। पूर्व पशुपालन मंत्री सत्तार एक कट्टर कांग्रेस कार्यकर्ता रहे हैं। हालांकि, उन्होंने औरंगाबाद से लड़ने के लिए टिकट से वंचित किए जाने के बाद लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़ दी थी।
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सांसद अनिल देसाई ने कहा कि, कोई इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है
अब्दुल सत्तार के इस्तीफे पर शिवसेना से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि, 'अब्दुल सत्तार को पहली बार में ही मंत्रिमंडल में मौका दिया गया, वे पहले से शिवसैनिक नहीं हैं। संजय राउत ने साफ किया कि, उनका इस्तीफा मुख्यमंत्री और राजभवन नहीं भेजा गया है। भरोसा है कि सत्तार शिवबंधन नहीं छोड़ेंगे। सत्तार के इस्तीफा देने की अफवाहों को खारिज करते हुए राज्यसभा सांसद अनिल देसाई ने कहा कि, कोई इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है।
सत्तार कल उद्धव ठाकरे से मिलेंगे
शिवसेना के एक अन्य नेता अर्जुन खोतकर ने कहा कि सत्तार के इस्तीफे का कोई सवाल नहीं है। ये अफवाहें निराधार हैं। सत्तार कल उद्धव ठाकरे से मिलेंगे। अभी हाल में उद्धव सरकार में 36 नए मंत्रियों ने शपथ ली थी, जिनमें एक उपमुख्यमंत्री, 25 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्री शामिल हैं। बता दें, कांग्रेस और एनसीपी ही नहीं बल्कि शिवसेना ने भी महाराष्ट्र में मुस्लिम समुदाय को अपने साथ साधे रखने के लिए अपने कोटे से मंत्री बनाया था।
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