राष्ट्रपति चुनाव: शरद पवार नहीं बनेंगे विपक्षी उम्मीदवार, सीताराम येचुरी ने मुलाकात के बाद दी जानकारी
नई दिल्ली, जून 14। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अभी तक सत्ता पक्ष और विपक्ष किसी ने भी उम्मीदवार के नाम पर से पर्दा नहीं उठाया है। हालांकि विपक्षी दल इस प्रयास में लगे हुए हैं कि किसी एक उम्मीदवार के लिए सभी पार्टियों को एकजुट किया जाए। इसी कोशिश में मंगलवार को ममता बनर्जी और वामपंथी दल के नेताओं ने दिल्ली में शरद पवार से मुलाकात की, लेकिन माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने बताया है कि शरद पवार ने विपक्षी उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है।
इन नेताओं से दिल्ली में मिले शरद पवार
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, सीताराम येचुरी ने शरद पवार से मुलाकात के बाद बताया है कि पवार साहब ने विपक्षी उम्मीदवार बनने से इनकार कर दिया है। आपको बता दें कि शरद पवार ने येचुरी, भाकपा महासचिव डी राजा, एनसीपी लीडर प्रफुल्ल पटेल और पीसी चाको से दिल्ली में मुलाकात की और उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के अपने फैसले से अवगत कराया।
शरद पवार ने क्यों किया मना?
सीताराम येचुरी ने कहा है, "मुझे बताया गया है कि पवार राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का चेहरा नहीं होंगे, अन्य नामों पर विचार किया जा रहा है।" विपक्षी सूत्रों ने कहा कि शरद पवार एक ऐसी लड़ाई में शामिल होने के इच्छुक नहीं थे, जिसे उनके राजनीतिक जीवन में इस समय हारना तय है।
दिल्ली में विपक्ष को एकजुट कर रही हैं ममता बनर्जी
आपको बता दें कि ममता बनर्जी गैर-भाजपा दलों की एक बैठक के लिए दिल्ली में हैं, जिसे उन्होंने आगामी राष्ट्रपति चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि इन मुलाकातों के जरिए ममता बनर्जी विपक्षी उम्मीदवार के लिए सभी को एकजुट कर रही हैं। तृणमूल कांग्रेस की चीफ ममता बनर्जी ने 15 जून को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में एक बैठक बुलाई है, जिसमें आम सहमति से विपक्षी उम्मीदवार के साथ आने पर चर्चा की जाएगी। आपको बता दें कि भारत के राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होगा।
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