कानपुर IIT के डॉ. अरुण समेत 11 वैज्ञानिकों को मिलेगा शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार, यहां देखें लिस्ट
कानपुर IIT के डॉ. अरुण समेत 11 वैज्ञानिकों को मिलेगा शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार, यहां देखें लिस्ट
नई दिल्ली, 28 सितंबर: विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए देश का सर्वोच्च विज्ञान पुरस्कार ''शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार 2021'' प्राप्त करने वाले 11 वैज्ञानिकों के नामों की घोषणा कर दी गई है। रविवार (26 सितंबर) को वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के 80वें स्थापना दिवस पर इन 11 वैज्ञानिकों के नामों की घोषणा की गई है, जिन्हें शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार मिलेगा। फरवरी में विज्ञान दिवस के अवसर पर इन सभी 11 वैज्ञानिकों को अवॉर्ड दिया जाएगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वाले वैज्ञानिकों को हर साल ये सम्मान दिया जाता है। इन 11 वैज्ञानिकों में कानपुर आईआईटी के बॉयो साइंस एंड बॉयो इंजीनियरिंग विभाग के शिक्षक डॉ. अरुण शुक्ला का भी नाम शामिल है। डॉ. अरुण को जैविक विज्ञान वर्ग में पुरस्कार दिया गया है।
यहां देखें शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार हासिल करने वाले 11 वैज्ञानिकों की पूरी लिस्ट
1. जैविक विज्ञान (बायोलॉजिकल साइंस) के लिए डॉ अमित सिंह को अवॉर्ड दिया जाएगा। ये भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु के माइक्रोबायोलॉजी और सेल बायोलॉजी विभाग में हैं। माइक्रोबायोलॉजी के विशेषज्ञ अमित सिंह ने अपनी पीएचडी के दौरान माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (एमटीबी) रोगजनन में शामिल जीन की भूमिका को समझने पर काम किया।
2. बायोलॉजिकल साइंस के लिए कानपुर आईआईटी के बॉयो साइंस एंड बॉयो इंजीनियरिंग विभाग के डॉ अरुण कुमार शुक्ला को पुरस्कार दिया जाएगा। ये आईआईटी कानपुर के बॉयो साइंस एंड बॉयो इंजीनियरिंग विभाग में हैं। अरुण कुमार शुक्ला एक भारतीय संरचनात्मक जीवविज्ञानी (कोशिका वैज्ञानिक) हैं, जो 2014 से आईआईटी कानपुर में काम कर रहे हैं।
3.केमिकल साइंस (रसायन विज्ञान) में, जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस साइंटिफिक रिसर्च, बेंगलुरु की शोधकर्ता इंटरनेशनल सेंटर ऑफ मैटेरियल्स साइंस से डॉ कनिष्क बिस्वास को सम्मानित किया जाएगा। कनिष्क बिस्वास रिसर्च थर्मोइलेक्ट्रिक सामग्री और उपकरण शामिल हैं जो बिजली उत्पन्न करने के लिए अपशिष्ट गर्मी का उपयोग करते हैं।
4. केमिकल साइंस में जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस साइंटिफिक रिसर्च, बेंगलुरु के शोधकर्ता बायो-ऑर्गेनिक केमिस्ट्री लेबोरेटरी के डॉ टी गोविंदराजू को भी पुरस्कार दिया जाएगा। गोविंदराजू का काम रासायनिक जीव विज्ञान पर केंद्रित है। इसके अलावा उन्होंने मानव स्वास्थ्य और समाज से संबंधित चुनौतीपूर्ण समस्याओं को हल करने में भी काम किया है।
5. पृथ्वी, वायुमंडल, महासागर और ग्रह विज्ञान के लिए डॉ बिनॉय कुमार सैकिया का नाम चुना गया है। ये कोयला और ऊर्जा अनुसंधान समूह, सीएसआईआर नॉर्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, जोरहाट में कार्यरत हैं।
6. इंजीनियरिंग विज्ञान कैटेगरी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के डॉ देबदीप मुखोपाध्याय को पुरस्कार मिलेगा। आईआईटी खड़गपुर में डॉ देबदीप मुखोपाध्याय ने एम्बेडेड सुरक्षा और साइड-चैनल हमलों पर ध्यान देने के साथ सिक्योर्ड एंबेडेड आर्किटेक्चर लेबोरेटरी (एसईएएल) की शुरुआत की है।
7. मैथमेटिकल साइंस (गणितीय विज्ञान) श्रेणी में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुंबई के डॉ अनीश घोष को अवॉर्ड दिया जाएगा। अनीश घोष एर्गोडिक थ्योरी, लाई ग्रुप्स और नंबर थ्योरी के इंटरफेस पर काम करते हैं।
8. मैथमेटिकल साइंस में द इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमैटिकल साइंसेज, चेन्नई के डॉ साकेत सौरभ को भी अवॉर्ड दिया जाएगा। साकेत सौरभ एल्गोरिदम के कई क्षेत्रों में शोध कर रहे हैं।
9. चिकित्सा विज्ञान (मेडिकल साइंस) की श्रेणी में अच्युता मेनन सेंटर फॉर हेल्थ साइंस स्टडीज, तिरुवनंतपुरम की डॉ. जीमोन पन्नियमकल को सम्मान दिया जाएगा। डॉ. जीमोन पन्नियमकल क प्रशिक्षित महामारी विज्ञानी हैं। जिनके पास एक दशक का अनुभव है।
10.मेडिकल साइंस में ही डॉ रोहित श्रीवास्तव को भी सम्मानित किया जाएगा। डॉ रोहित श्रीवास्तव भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे के बायोसाइंसेज और बायोइंजीनियरिंग विभाग में हैं। डॉ रोहित श्रीवास्तव के शोध में स्तन कैंसर के लिए फ्लोरोसेंट बायोसेंसर, नैनोइंजीनियर सेंसर और फोटोथर्मल थेरेपी शामिल हैं।
11. भौतिक विज्ञान (फिजिकल साइंस) कैटेगरी में पुणे के इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स के डॉ कनक साहा को पुरस्कार मिलेगा। डॉ कनक साहा का रिसर्च आकाशगंगाओं की संरचना, गठन और विकास पर केंद्रित है।