शैलजा के भाई का दावा, उसके नहीं थे मेजर हांडा के साथ कोई अवैध संबंध
अमृतसर। शैलजा द्विवेदी की हत्या की खबर को मीडिया जिस तरह से प्रचारित कर रहा है, वह बिल्कुल ग़लत है। ऐसा कहना है शैलजा के भाई सुकरण कालिया का, जो पेशे से वकील हैं। उन्होंने दावा किया है कि मेजर निखिल हांडा के साथ उनकी बहन का कोई प्रेम-प्रसंग नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया है, कि एकतरफा प्यार में सनकी अफसर ने उनकी बहन की हत्या की है। उसमें उनकी बहन किसी रुप में शामिल नहीं थी।
हंसमुख थी शैलजा
उन्होंने
कहा
कि
उनकी
बहन
शैलजा
द्विवेदी
का
वैवाहिक
जीवन
खुशियों
भरा
चल
रहा
था।
उनके
बहनोई
मेजर
अमित
द्विवेदी
से
उनकी
बहन
शैलजा
का
आज
तक
कोई
मतभेद
तक
नहीं
हुआ।
ना
ही
मन
मुटाव
की
किसी
भी
तरह
की
कोई
खबरें
आईं।
उन्होंने
कहा
कि
अगर
एक
कैंपस
में
दो
परिवार
रहते
हैं
और
आपस
में
मिलते
हैं
तो
इसका
अर्थ
यह
नहीं
है
कि
दो
लोगों
में
प्रेम
प्रसंग
शुरू
हो
चुका
है।
शैलजा
के
भाई
सुकरण
कालिया
के
मुताबिक
उनकी
बहन
काफी
हंसमुख
थी
और
सबसे
प्यार
से
बात
कर
लेती
थी
जिसका
गलत
मतलब
निकाला
गया।
आपको
बता
दें
कि
बीते
शनिवार
को
मेजर
अमित
द्विवेदी
की
पत्नी
शैलजा
द्विवेदी
की
हत्या
कर
दी
गई
थी।
जिसके
आरोप
में
मेजर
निखिल
हांडा
4
दिन
की
पुलिस
हिरासत
में
है।
पुलिस
के
पूछ-ताछ
करने
पर
वो
शैलजा
द्वीवेदी
से
प्रेम
प्रसंग
की
बात
कर
रहा
है।
जिसको
शैलजा
के
भाई
ने
अवैध
करार
दिया
है।
शादी का बना रहा था दबाव
पुलिस के मुताबिक, आरोपी मेजर निखिल हांडा व शैलजा द्विवेदी के पति मेजर अमित द्विवेदी की पोस्टिंग दीमापुर (नगालैंड) में थी। 2015 में निखिल व शैलजा की मुलाकात हुई और दोस्ती शुरू हो गई। बाद में शैलजा पूरे परिवार के साथ दिल्ली आ गईं। आरोपी मेजर हांडा भी माइग्रेन की बात कहकर इलाज के लिए दिल्ली आ गया और आर्मी के बेस अस्पताल में भर्ती हो गया। शैलजा भी पैर दर्द की शिकायत होने पर फिजियोथेरेपी के लिए यहां रोजाना आती थीं और दोनों की यहीं मुलाकात होती थी। आरोपी मेजर को अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी, लेकिन इसके बाद उसने अपने बेटे को पेट संबंधित बीमारी का हवाला देकर इसी अस्पताल में भर्ती करा दिया। इस दौरान आरोपी, शैलजा पर शादी का दबाव बनाता रहा। शैलजा के विरोध करने पर शैलजा के सिरफिरे आशिक निखिल हांडा ने उनकी हत्या कर दी।
शैलजा को कवर गर्ल बनाया था
शैलजा ने अमृतसर के डीएवी कॉलेज से ट्रैवल एंड टूरिज्म में ग्रेजुएशन करने के बाद गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से ज्योग्राफी और टाउन प्लानिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन की थी। वह पांच साल तक यूनिवर्सिटी में लेक्चरर भी रहीं। उन्होंने एनजीओ के साथ मिलकर ग्रामीण बच्चों को भी पढ़ाया है। देश की 48 शादीशुदा सुंदरियों में उसने अपनी जगह बनाई। अक्टूबर 2017 में शैलजा ने मिसेज इंडिया अर्थ का खिताब अपने नाम किया। उन्होंने पुणे के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से मॉडलिंग और पर्सनालिटी डेवलपमेंट की ट्रेनिंग भी ली थी। एक मैगजीन ने भी शैलजा को कवर गर्ल बनाया था।